
हार्ट अटैक (फाइल फोटो)
हृदय रोग यानी हार्ट अटैक के मामले दुनिया भर में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. भारत समेत दुनिया में इस बीमारी से हर साल करोड़ों लोगों की मौत हो रही है. बीते 2024 की बात करें तो विश्वभर में 1 करोड़ से अधिक लोगों की जान गई. पिछले एक दशक में भारत में हार्ट अटैक से मौतों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. एक रिपोर्ट की मानें तो 10 सालों में भारत में 2 लाख से अधिक लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई . दुनिया में हार्ट अटैक से सबसे अधिक मौत भारत में हो रही. यह आंकड़े चिंता पैदा कर रहे हैं.
हार्ट अटैक के आम लक्षण सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, थकान, कमजोरी, हाथ, पीठ, गर्दन, या जबड़े में दर्द समेत चक्कर आना और बेहोशी हैं. अगर इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो आप तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचकर चेकअप करवाएं.
हृदय विशेषज्ञों की मानें तो दिल के रोग मूल रूप से लोगों की खराब दिनचर्या, अंसुलित आहार और तनाव के कारण बढ़ रहे हैं. भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत के प्रति ज्यादा गंभीर नहीं है. आज ज्यादातर घरों में लंच और डिनर में फास्ट फूड और सॉफ्ट ड्रिंकों का चलन है. ये हमारे शरीर के लिए खतरनाक है. फास्टफूड़ के पचने में काफी वक्त लगता है. साथ ही हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. जिसके कारण हृदय रोगों की समस्या तेजी से बढ़ रही है. सोशल मीडिया पर हृदय रोग से जुड़ी कई गलतफहमियां और अफवाहें फैली हुई हैं, जो लोगों में भ्रम पैदा करती हैं. क्योंकि ये मिथ्स, अफवाहें स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं. आइए, ऐसी कुछ आम अफवाहों और उनके पीछे की सच्चाई को जानते हैं.
सीने में दर्द नहीं है, तो दिल में कोई समस्या नहीं
अगर आप स्वस्थ हैं और आपको सीने में दर्द नहीं हैं तो जरूरी नहीं कि आपको हृदय रोग नहीं हो सकता. कई बार हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह जैसे कारक बिना किसी लक्षण के मौजूद हो सकते हैं. सांस लेने में दिक्कत, थकान, चक्कर आना और जबड़े या कंधे में दर्द भी हृदय रोग के संकेत हो सकते हैं. समय-समय पर नियमित जांच कराना जरूरी है.
केवल बुजुर्गों को ही होती है दिल की बीमारियां
यह धारणा पूरी तरह से गलत है. हृदय रोग किसी भी आयुवर्ग में हो सकता है. खराब जीवनशैली, गलत खान-पान, मोटापा, धूम्रपान और तनाव जैसी आदतें युवा पीढ़ी को इस बीमारी की तरफ धकेल रहे हैं.
केवल पुरुषों को होता है हृदय रोग
ऐसा सोचना कि हृदय रोग सिर्फ पुरुषों को हो सकता है तो गलत है. महिलाएं भी हृदय रोग से उतनी ही प्रभावित हो सकती हैं जितने पुरुष. हार्मोनल बदलाव, गर्भावस्था के दौरान जटिलताएं और पोस्ट-मेनोपॉज़ की स्थिति महिलाओं में हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकती हैं.
ना खाएं घी और मक्खन
घी और मक्खन का सीमित मात्रा में सेवन शरीर के लिए नुकसानदेह नहीं है. अत्यधिक सेवन से आपकी सेहत बिगड़ सकती है. इसके बजाय, संतुलित आहार लेना और सही मात्रा में घी-मक्खन का सेवन करना फायदेमंद हैं.
ज्यादा व्यायाम करना सही
व्यायाम करना सही है, लेकिन अत्यधिक व्यायाम हृदय के लिए हानिकारक हो सकता है. रोजाना 30-45 मिनट तक एक्सरसाइज करना चाहिए. इससे ज्यादा अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो आप बीमारी को न्योता भेज रहे हैं.
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