आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को योगिनी एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है और व्रत रखा जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, योगिनी एकादशी का व्रत इस साल 21 जून को रखा जाएगा.
योगिनी एकादशी के दिन कुछ कार्यों को करना वर्जित होता है. ऐसा माना जाता है कि एकादशी पर इन वर्जित कामों को करने से धन की देवी नाराज हो सकती हैं. इस व्रत में कई नियमों का ध्यान रखना पड़ता है. आइए जानते हैं कि इस दिन कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए.
योगिनी एकादशी के दिन गलती से भी तामसिक चीजों का सेवन न करें. धार्मिक मान्यता है कि एकादशी पर तामसिक चीजों का सेवन करने से व्यक्ति के सभी पुण्य नष्ट हो जाते हैं और अशुभ फल मिलते हैं.
एकादशी पर चावल का सेवन करना वर्जित माना गया है. ऐसे में एकादशी के दिन न तो चावल घर में बनाएं और न ही खाएं. मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल का सेवन करने से व्रत का फल नहीं मिलता है.
एकादशी के दिन गलती से भी तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए. साथ ही, एकादशी के दिन न तो तुलसी को छूना चाहिए और न ही तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं.
योगिनी एकादशी के दिन किसी से लड़ाई-झगड़ा करें और मन में बुरे विचार न लाएं. इसके अलावा, एकादशी व्रत के दौरान गुस्सा करना करने से बचें. साथ ही, एकादशी के दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए.
योगिनी एकादशी के दिन अपने घर में साफ-सफाई का खास ध्यान रखें. अगर आप एकादशी के दिन अपने घर में गंदगी रखते हैं, तो माता लक्ष्मी का वास आपके घर में नहीं होता है और आर्थिक तंगी हो सकती है.