अपने अंडे बेचकर लाखों रुपये कमा रहीं महिलाएं! भारत समेत कई देशों की युवतियां शामिल “ • ˌ

अपने अंडे बेचकर लाखों रुपये कमा रहीं महिलाएं! भारत समेत कई देशों की युवतियां शामिल “ • ˌ
Women are earning lakhs of rupees by selling their eggs! Young women from many countries including India are involved

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नई दिल्ली: अप्रैल 2012 में आयुष्मान खुराना की एक मूवी आई थी। नाम था विक्की डोनर। फिल्म में दिखाया गया है कि आयुष्मान खुराना अपना स्पर्म डोनेट करते हैं और उसके बदले उन्हें मोटी रकम मिलती है। अब यह काम लड़कियां भी कर रही हैं। आप सोचेंगे कि लड़कियां भरा स्पर्म कैसे डोनेट कर सकती हैं? तो बता दें कि लड़कियां स्पर्म नहीं बल्कि अपने अंडे बेच कर रही हैं। वही अंडे जो शुक्राणु यानी स्पर्म के साथ मिलकर महिला के गर्भ में शिशु का निर्माण करते हैं।

सुनने में शायद अजीब लगे, लेकिन यह सच है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत समेत अर्जेंटीना, ग्रीस, ताइवान आदि देशों की लड़कियां अपने अंडे बेचकर मोटी कमाई कर रही हैं। ये अंडे महिलाओं के अंडाशय में बनते हैं। महिलाओं में दो अंडाशय होते हैं जिनमें 10 से 20 लाख अंडे बनते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक फर्टिलिटी इंडस्ट्री अरबों रुपये की हो चुकी है।

31 चैप्टर में बताई कहानी
ब्लूमबर्ग ने 31 चैप्टर की ऑनलाइन एक मैगजीन जारी की है। इसका नाम ‘The Egg’ है। इसमें ब्लूमबर्ग ने बताया है कि किन-किन देशों की युवतियां अपने अंडे बेच रही हैं और कितनी कमाई कर रही हैं। ब्लूमबर्ग ने इसे अरबों डॉलर का कारोबार बताया है।

क्या लीगल है अंडे डोनेट करना?
भारत में अंडे डोनेट करना लीगल है। हालांकि इसके लिए महिला की उम्र कम से कम 23 साल होनी चाहिए। अधिकतम उम्र की सीमा 35 साल है। इसमें शर्त है कि महिला शादीशुदा होनी चाहिए। उसका कम से कम एक बच्चा होना चाहिए जिसकी उम्र कम से कम तीन साल हो। हालांकि ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह भी बताया है कि भारत में फर्जी कागजों के आधार पर कम उम्र की लड़कियां भी अपने अंडे बेच रही हैं।

कौन कर रहा है डोनेट?
अंडे डोनेट करने में स्टूडेंट से लेकर मॉडल तक शामिल हैं। वहीं भारत में गरीबी क्षेत्र से आने वाली ऐसी युवतियों की संख्या भी काफी है जो अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए अंडे बेच रही हैं। इन अंडों का कारोबार एजेंट, सोशल मीडिया, ब्लैक और ग्रे मार्केट आदि के जरिए हो रहा है।

कौन खरीदता है इन्हें?
इन अंडों को वे महिलाएं खरीदती हैं जो गर्भवती नहीं हो पातीं। ऐसी महिलाएं इन्हें खरीदने के लिए अंडे डोनेट करने वाली युवती को मिली रकम का 10 से 20 गुना तक देने को तैयार रहते हैं। सबसे ज्यादा खरीदार चीन से होते हैं क्योंकि वहां यह सब बैन है।

यही नहीं, इन अंडों को वे महिलाएं भी खरीदती हैं तो बच्चे पैदा करने की स्थिति में नहीं हैं। लेकिन अपने पति के स्पर्म के साथ अंडों को फर्टिलाइज कराकर किसी दूसरी महिला के गर्भ में रख दिया जाता है। इसे आम भाषा में सरोगेसी कहते हैं।

लंबी और सुंदर महिलाओं के अंडों की मांग
रिपोर्ट के मुताबिक लोगों में ऐसे अंडों की मांग ज्यादा है जो लंबी और सुंदर महिलाओं के हों। वह इसलिए क्योंकि इन अंडों से पैदा हुई संतान में उस महिला के गुण आने की संभावना ज्यादा होती है। यानी वह संतान भी लंबी और गोरी हो सकती है।

आसान नहीं है अंडे डोनेट करना
यह सुनने में काफी आसान लगता हो, लेकिन प्रैक्टिकली बहुत मुश्किल है। ऑपरेशन के जरिए ही अंडे डोनेट किए जाते हैं। ऑपरेशन से पहले हेल्थ संबंधी कई प्रक्रियाओं से गुजरा जाता है। ऑपरेशन करीब आधे घंटे तक चलता है। एक महिला को 6 बार ही अंडे डोनेट करने की अनुमति होती है। हालांकि हेल्थ के आधार पर अंडे डोनेट करने की प्रक्रिया 6 से ज्यादा बार भी हो सकती है।

कितनी होती है कमाई?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में भारत की एक युवती का उदाहरण दिया है। इसमें बताया गया है कि एक युवती अपने अंडे बेचकर एक बार में 15 हजार रुपये कमाती है।

हालांकि यह कमाई कई बार शरीर की बनावट (लंबा, गोरा आदि) पर भी निर्भर करती है। विदेशों में कमाई लाखों में हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक इसकी शुरुआती कीमत 17 लाख रुपये है। IVF क्लिनिक की एक ऑनर के मुताबिक एक डोनर ने अंडे डोनेट करने के लिए करीब 64 लाख रुपये मांगे थे। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में एक महिला ने अपने अंडे बेचकर करीब 1.38 करोड़ रुपये की कमाई की है। उसने 11 बार में 330 अंडे बेचे।