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सर्दियों की ठंडी रातों में जब आप रजाई में आराम से सोने की कोशिश करते हैं, तब अचानक कोई डरावना सपना आपकी नींद को खराब कर देता है. ऐसा क्यों होता है? हाल ही में फ्रंटियर्स इन न्यूरोसाइंस पत्रिका में प्रकाशित एक शोध ने इस सवाल का जवाब दिया है.
इस शोध के अनुसार, सर्दियों में नींद का पैटर्न बदल जाता है. खासकर, रैपिड आई मूवमेंट (REM) नींद का समय गर्मियों की तुलना में औसतन 30 मिनट तक बढ़ जाता है. यह नींद का वह चरण होता है, जिसमें आपकी आंखें बंद होने के बावजूद तेजी से हिलती हैं. इस दौरान दिमाग ज्यादा एक्टिव रहता है और यही कारण है कि सपने ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड, डरावने और अजीब हो सकते हैं.
जर्मनी की एक गद्दे बनाने वाली कंपनी द्वारा किए गए इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता मार्टिन सील का कहना है कि सर्दियों में जल्दी सूर्यास्त होने और दिन छोटे होने से शरीर में मेलाटोनिन का लेवल बढ़ जाता है. मेलाटोनिन वह हार्मोन है, जो नींद को नियंत्रित करता है. इसका बढ़ा हुआ स्तर गहरी नींद लाने के साथ-साथ अधिक REM नींद और अधिक सपनों का कारण बनता है.
क्या कहती है गूगल सर्च रिपोर्ट?
शोध के दौरान यह भी पाया गया कि सर्दियों में लोग सपनों का अर्थ जानने के लिए गूगल पर अधिक सर्च करते हैं. अध्ययन में सर्दियों के महीनों में तीन लाख से अधिक सपनों से जुड़े गूगल सर्च का विश्लेषण किया गया. इससे यह स्पष्ट हुआ कि ठंड के मौसम में डरावने सपनों की संख्या बढ़ जाती है.
बुरे सपनों से बचने के उपाय
यदि आप ठंडी रातों में इन अजीब और डरावने सपनों से परेशान हो रहे हैं, तो निम्नलिखित उपाय आपकी मदद कर सकते हैं:
हल्का भोजन करें: सोने से पहले भारी और मसालेदार भोजन न करें.
शराब से बचें: शराब का सेवन नींद की क्वालिटी को खराब करता है.
ध्यान लगाएं: सोने से पहले 10 मिनट ध्यान लगाने से मन शांत होता है.
समय पर सोएं: नियमित समय पर सोने और जागने की आदत डालें.
सपनों को नोट करें: यदि सपने बार-बार परेशान कर रहे हैं, तो उन्हें लिखें और मनोवैज्ञानिक से सलाह लें.