बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार अपनी हेल्थ को लेकर काफी अलर्ट रहते हैं. वह इंडस्ट्री के कई लोगों के लिए इंस्पिरेशन रहे हैं. इसी कड़ी में हिंदी सिनेमा की दिग्गज एक्ट्रेस मुमताज ने अपना फिटनेस का राज सभी से शेयर किया है.
जिसमें उन्होंने बताया कि वो रात का खाना नहीं खाती हैं. उन्होंने ये चीज अक्षय कुमार से सीखी हैं.
खाने को लेकर हैं काफी सजग
रेडियो नशा ऑफिशियल से बात करते हुए 77 वर्षीय मुमताज ने बताया कि ‘मैं खाने के मामले में बहुत सख्ती बरतती हूं. मैं ज्यादा नहीं खाती. मैं गलत चीजें नहीं खाती. बहुत व्यायाम करती हूं, मैं अपने चेहरे, अपने बालों का खास ध्यान रखती हूं. खुद का अपना फेस मास्क बनाती हूं और समय को लेकर भी काफी सजग हूं.
अक्षय कुमार से सीखा
मुमताज ने आगे कहा कि ‘मैं रात 9-10 बजे सो जाती हूं और सुबह 4-5 बजे उठती हूं. मैं सुबह 7 बजे एक्सरसाइज करती हूं और फिर ब्लैक टी पीती हूं. इसके बाद बहुत कम नाश्ता करता हूं, जो फैट नहीं बढ़ाता है. इसके बाद लंच करती हूं. मैं रात का खाना नहीं खाती. मैं बस कुछ फल खाती हूं. मुमताज ने बताया कि उन्हें ये आइडिया अक्षय कुमार से मिला है. उन्होंने बताया कि अक्षय कुमार ने मुझसे कहा- ‘शाम 5-6 बजे के बाद कुछ मत खाओ. इसलिए मैंने उनसे यह सीखा…’
अक्षय ने बताया था नियम
बता दें कि अक्षय कुमार अपने रूटीन को लेकर बहुत पक्के हैं. अक्षय ने अपने डिनर न करने के नियम के बारे में बताया था. जिसमें उन्होंने कहा कि ‘शास्त्रों में लिखा है, 6.30 बजे के बाद खाना नहीं खाना चाहिए. जब आप देर से खाते हैं, जैसे कि रात 10 या 11 बजे, तो आपका शरीर आराम करने चला जाता है, लेकिन आपका पेट भोजन को पचाने की कोशिश में जागा रहता है. इससे रिकवरी में देरी होती है और आपके सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है.’
वहीं इससे पहले एक्टर विवेक ओबेरॉय ने एक किस्सा शेयर किया था कि हम एक दिन अक्षय कुमार के घर डिनर कर रहे थे. जैसे ही घड़ी में 9.30 बजे, वे ऊपर चले गए. हमें लगा वाशरूम गए हैं, लेकिन वो फिर नीचे नहीं आएं. तब उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना आईं और उन्होंने हमसे कहा, ‘अब आप लोगों को चले जाना चाहिए. वे पहले ही सो चुके हैं.’ विवेक ने कहा कि वे इतने अनुशासित हैं. उन्हें सलाम.’
अक्षय कुमार के अलावा मनोज बाजपेयी भी इसी सोच के हैं. उन्होंने 13-14 सालों से डिनर नहीं किया है. उन्होंने कर्ली टेल्स से बात करते हुए कहा था ‘कभी-कभी मैं यहां-वहां से कुछ खा लेता था, लेकिन ऐसा 13-14 साल पहले हुआ है. मुझे एहसास हुआ कि मेरे दादाजी हमेशा बहुत फिट रहते थे. इसलिए मैंने सोचा कि मैं भी वही खाना खाऊंगा जो वे खाते थे. जब मैंने ऐसा करना शुरू किया, तो मेरा वजन कंट्रोल में आ गया.