
कानपुर बैंक लूट कांड को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. बता दें कि बैंक लूटने पहुंचा आरोपी आईटीआई छात्र निकला. उसका नाम लविश है. सामने ये भी आया है कि आरोपी साइकिल से बैंक लूटने पहुंचा और बैंक के बाहर साइकिल खड़ी करके बैंक लूटने के लिए अंदर गया.अंदर जाकर उसने बैंक में मौजूद गार्ड पर चाकू से हमला किया तो वहीं बैंक कर्मचारियों पर भी चाकू से हमला करना शुरू कर दिया. मगर बैंक कर्मचारी उससे भीड़ गए और घायल होने के बाद भी सभी ने मिलकर उसे दबोच लिया.
तमंचे की नाल में भरी थी मिट्टी
बता दें कि आरोपी सब्जी काटने वाला चाकू लेकर बैंक गया था. उसके पास एक तमंचा भी था. मगर उसकी नाल में मिट्टी भरी थी. ऐसे में वह फायर नहीं कर सका. उसके पास जो सर्जिकल ब्लेड थे, वह भी उसने कूड़े से उठाए थे.
पूरा मामला जानें
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार की सुबह 10 बजे के लगभग कानपुर के घाटमपुर पतारा स्टेट बैंक में एक युवक बैंक में गया. इस दौरान बैंक के गार्ड सुशील कुमार ने जब उसको रोकने की कोशिश की तो उसने सीधे चाकू से हमला कर दिया.
गार्ड पर हमला देखकर बैंक मैनेजर वीरेंद्र प्रताप सिंह और दूसरे कर्मचारी उसको रोकने पहुंचे तो उसने उन पर भी हमला कर दिया है. इसके बाद बैंक कर्मियों ने युवक को पीटा और उसको किसी तरह बांधकर वहीं जमीन पर गिरा दिया.
आरोपी तब तक बैंक मैनेजर वीरेंद्र, गार्ड सुशील और कैशियर को घायल कर चुका था. इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को पकड़ लिया.
बीएससी फाइनल का छात्र था लविश
युवक ने पूछताछ में बताया कि वह घाटमपुर के पास धर्मपुर गांव का रहने वाला है. उसके पिता अवधेश मिश्रा किसान हैं. परिवार गरीब है. ज्यादा जमीन भी नहीं है. आरोपी बीएससी फाइनल का छात्र था. इसके साथ-साथ वह आईटीआई भी कर रहा था.
आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं
आरोपी लविश के घर वालों का कहना है कि वह मोबाइल पर रील बहुत देखता था. वह अपना यूट्यूब चैनल शुरू करना चाहता था. लविश ने कभी कोई नशा नहीं किया. पुलिस के सामने भी वह रोने लगा. उसका कोई आपराधिक रिकार्ड भी नहीं है.
डिप्रेशन में है आरोपी
इस पूरे मामले को लेकर एडीसीपी महेश कुमार ने बताया, युवक अभी डिप्रेशन में है. वह पूरी तरह नॉर्मल हो जाए तब इन सब सवालों का जवाब लिया जाएगा. अभी वह कुछ भी पूछने पर रोने लगता है. बता दें कि घायल बैंक कर्मचारी का इलाज अस्पताल में चल रहा है.