
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मनोज सिन्हा के बयान को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर माहौल शांतिपूर्ण नहीं है तो शाम को डे-नाइट मैच खेलने कौन आएगा? शांतिपूर्ण माहौल की जिम्मेदारी जिम्मेदार लोगों पर है.
जिम्मेदार लोगों को ही इस पूरा करना होगा. श्रीनगर में एक कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि
ने कहा कि राज्य में शांति कायम करना फिलहाल मेरी सरकार की जिम्मेदार नहीं है, हालांकि कहा जाए तो हमारी सरकार हर चीज के लिए जिम्मेदार है. अगर राज्य में शांति नहीं है तो शांति होनी चाहिए. हर चीज के नींच शांति है और यह बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि प्रगति, पर्यटन, खेल के लिए शांति जरूरी है. अमन की जिम्मेदारी जिन पर है वो अपनी जिम्मेदारी को निभाएं.
#WATCH | श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “…शांति कायम करना फिलहाल मेरी सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं है, हालाँकि हमारी सरकार हर चीज़ के लिए ज़िम्मेदार है, लेकिन अगर शांति नहीं है तो शांति होनी चाहिए। शांति किसी भी चीज़ की नींव है… प्रगति, पर्यटन, खेल के pic.twitter.com/qtFLo5JITC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 21, 2025
आतंकवाद पूरी तरह खत्म नहीं हुआ
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा था कि आतंकवाद पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. जम्मू-कश्मीर कर्नाटक और केरल के कुछ इलाकों में कुछ गतिविधियां जारी हैं. इसे रोकने के लिए केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है. कुछ हद तक इन पर काबू भी पाया गया.
आतंकवाद से बड़े खतरे की संभावना
उपराज्यपाल ने कहा था कि मैंने हमेशा कहा है कि जहां आतंकवाद मौजूद है, वहां बड़े खतरे की संभावना है. आतंकवाद को पुलिस या सुरक्षा बलों के जरिए पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है. इसके लिए पूरे समाज को आगे आना होगा और जिम्मेदार लोगों के साथ आतंकवाद के खिलाफ काम करना होगा.