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शादी के बाद महिलाओं को कई नई शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. इनमें से एक समस्या है हनीमून सिस्टाइटिस. यह समस्या खासकर उन महिलाओं में होती है जो शादी के बाद पहली बार शारीरिक संबंध बनाती हैं. इसमें पेशाब करते वक्त जलन, बार-बार पेशाब आने की इच्छा, या पेशाब में खून आना जैसी समस्याएं सामने आती हैं. इस स्थिति को एक प्रकार का मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI) माना जाता है, जो शारीरिक संबंधों के दौरान बढ़ सकता है.
हालांकि यह समस्या बहुत आम है, लेकिन इस बारे में महिलाएं अक्सर बात करने में संकोच करती हैं, जिससे उन्हें इलाज में देरी हो सकती है. यह स्थिति न केवल शारीरिक असहजता का कारण बनती है, बल्कि मानसिक तनाव भी पैदा कर सकती है.
हनीमून सिस्टाइटिस क्या है?
हनीमून सिस्टाइटिस एक प्रकार का यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन है जो शारीरिक संबंधों के बाद महिलाओं को प्रभावित करता है. यह इंफेक्शन तब होता है जब बैक्टीरिया यूरीनरी ट्रैक्ट में प्रवेश कर जाता है. ज्यादातर यह समस्या कुछ दिनों या हफ्ते तक रह सकती है.
कारण क्या है?
हनीमून सिस्टाइटिस का मुख्य कारण शारीरिक संबंधों के दौरान मूत्र मार्ग में बैक्टीरिया का प्रवेश होना है. इसके अलावा, हाइजीन का ध्यान न रखने से भी इसका जोखिम बढ़ता है.
क्या उपाय किए जा सकते हैं?
हनीमून सिस्टाइटिस से बचाव के लिए शारीरिक संबंधों से पहले और बाद में पेशाब करें, हाइजीन का ध्यान रखें, वॉटर का अधिक सेवन करें, हल्के गर्म पानी से नहाएं, हर बार टॉयलेट यूज करने पर प्राइवेट पार्ट को धोएं और साफ अंडरगारमेंट पहनें साथ ही को हर 24 घंटे में चेंज करें.
इलाज क्या है?
यदि हनीमून सिस्टाइटिस के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. डॉक्टर एंटीबायोटिक का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं, जिससे बैक्टीरिया का प्रभाव कम हो सके. सही समय पर इलाज से समस्या जल्द ठीक हो जाती है और संक्रमण से बचाव होता है.