Viral Video: बच्चों ने ढूंढा आशीर्वाद लेने का मॉर्डन तरीका, वीडियो देख कंट्रोल नहीं कर पाएंगे हंसी – Khabar Monkey

Viral Video: बच्चों ने ढूंढा आशीर्वाद लेने का मॉर्डन तरीका, वीडियो देख कंट्रोल नहीं कर पाएंगे हंसी

मॉर्डन तरीके से आर्शीवाद लेने का तरीका

त्योहारों के मौके पर बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेने की परंपरा हमारे समाज में पीढ़ियों से चली आ रही है. यह सिर्फ एक रस्म नहीं बल्कि बड़ों के प्रति सम्मान और प्यार जताने का तरीका भी है. बच्चे अक्सर इसे पूरे उत्साह के साथ निभाते हैं. लेकिन इस बार सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें इस परंपरा को आधुनिकता के साथ जोड़ दिया गया है. यही कारण है कि इस वीडियो देखकर हर कोई हंसते-हंसते लोटपोट हो गया.

दरअसल, इस वायरल वीडियो में एक छोटी बच्ची अपने रिश्तेदारों के पैर छूने जाती है. शुरुआत में सब कुछ सामान्य लगता है, लेकिन जैसे ही वह झुकती है, उसकी पीठ पर लगा एक बड़ा सा QR कोड नजर आता है. रिश्तेदार पहले तो हैरान रह जाते हैं कि आखिर ये क्या है, लेकिन कुछ ही पल में बात समझ में आ जाती है. असल में, बच्ची ने पुराने जमाने की आशीर्वाद में नकद देने की परंपरा को डिजिटल रूप दे दिया था. यानी अब लिफाफे में पैसे देने की जगह ऑनलाइन ट्रांसफर का जमाना आ गया है!

ऑनलाइन ट्रांसफर का आ गया जमाना

वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्ची हर रिश्तेदार के सामने झुककर उनके पैर छूती है. जब तक सामने वाला उसके पीठ पर लगे QR कोड को देख नहीं लेता, वह पैर छूती रहती है. फिर जैसे ही रिश्तेदार की नजर QR कोड पर पड़ती है, सबको बच्ची की यह चालाकी समझ में आ जाती है. इसके बाद वे मुस्कुराते हुए अपने फोन निकालते हैं और बच्ची को डिजिटल आशीर्वाद देने के लिए QR कोड स्कैन करते हैं. कुछ ही पलों में पैसा उसके खाते में ट्रांसफर हो जाता है.

वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि बच्ची एक-एक करके सभी रिश्तेदारों से आशीर्वाद लेती है और हर बार वही प्रक्रिया दोहराई जाती है. बड़ों के चेहरे पर हैरानी के साथ मुस्कान साफ झलकती है. आखिरकार, उन्होंने शायद पहली बार देखा कि अब आशीर्वाद भी डिजिटल हो गया है.

यहां देखिए वीडियो

यह मजेदार वीडियो इंस्टाग्राम पर @indiawithoutpolitics नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है.असल में यह वीडियो दिखाता है कि कैसे आज की पीढ़ी पारंपरिक मूल्यों को तो निभा रही है, लेकिन उसमें अपनी रचनात्मकता और आधुनिकता भी जोड़ रही है. यह मजाकिया जरूर है, लेकिन इसमें एक गहरा संदेश भी छिपा है…समय के साथ परंपराएं भी नए रूप में ढल सकती हैं.