स्ट्रॉबेरी से दांत सफेद करने का! वायरल ट्रेंड निकला खतरनाक धोखा – डेंटिस्टों ने दी गंभीर चेतावनी

स्ट्रॉबेरी से दांत सफेद करने का! वायरल ट्रेंड निकला खतरनाक धोखा – डेंटिस्टों ने दी गंभीर चेतावनी

सोशल मीडिया पर आजकल एक नया ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें लोग स्ट्रॉबेरी को दांतों पर घिसकर उन्हें सफेद बनाने का दावा कर रहे हैं। इंस्टाग्राम, टिकटॉक और पिनटेरेस्ट पर लाखों व्यूज पा रहे इस हैक को लेकर देश के दंत चिकित्सा विशेषज्ञों ने गंभीर चेतावनी जारी की है।

वायरल हैक बना मुसीबत का कारण

इस ट्रेंड की शुरुआत विदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हुई और अब यह भारतीय यूजर्स के बीच भी तेजी से फैल रहा है। रील्स में दिखाया जा रहा है कि स्ट्रॉबेरी को दांतों पर रगड़ने से तुरंत चमकदार और सफेद दांत मिल जाते हैं। कई इन्फ्लुएंसर्स इस हैक की तारीफ करते हुए इसे ‘जादुई उपाय’ बता रहे हैं।

लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार यह ट्रेंड न केवल भ्रामक है बल्कि दांतों की स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा भी है।

विशेषज्ञों की राय – सिर्फ अस्थायी भ्रम

महाराष्ट्र के प्रमुख दंत चिकित्सा सलाहकार डॉ. प्रकाश टेकवानी ने इस वायरल हैक पर विस्तार से जानकारी दी। उनके अनुसार स्ट्रॉबेरी में प्राकृतिक एसिड और अन्य रसायन होते हैं जो दांतों की ऊपरी सतह पर जमे हल्के दाग-धब्बों को अस्थायी रूप से हटा देते हैं।

“जब आप स्ट्रॉबेरी को दांतों पर घिसते हैं तो कॉफी, चाय या वाइन से बने सतही दाग हट जाते हैं और दांत चमकदार दिखने लगते हैं। लेकिन यह केवल भ्रम है, असली सफाई नहीं,” डॉ. टेकवानी ने बताया।

कुछ लोग इस हैक में बेकिंग सोडा भी मिलाते हैं जिससे प्रभाव कुछ और बढ़ जाता है, लेकिन यह भी अस्थायी होता है और कुछ घंटों बाद दांत वापस अपनी पुरानी स्थिति में आ जाते हैं।

दांतों की इनैमल को होता है नुकसान

इस वायरल ट्रेंड की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसके नियमित उपयोग से दांतों की बाहरी सुरक्षा परत यानी इनैमल को गंभीर नुकसान पहुंचता है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद एसिड धीरे-धीरे इनैमल को कमजोर कर देता है।

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार क्षतिग्रस्त इनैमल की वजह से दांतों में संवेदनशीलता बढ़ जाती है। गर्म या ठंडी चीजें खाने-पीने पर तेज दर्द होता है। इसके अलावा दांतों पर पहले से कहीं ज्यादा दाग-धब्बे जमने लगते हैं क्योंकि कमजोर इनैमल रंगों को अधिक अवशोषित करती है।

गलत तरीके से उपयोग बढ़ाता है खतरा

अधिकतर लोग इस हैक को आजमाने के तुरंत बाद दांत साफ करने की गलती करते हैं। डॉ. टेकवानी चेताते हैं कि स्ट्रॉबेरी लगाने के बाद कम से कम 30 मिनट तक दांत नहीं साफ करने चाहिए। एसिड की मौजूदगी में ब्रश करने से इनैमल को और भी ज्यादा नुकसान पहुंचता है।

जो लोग इस हैक को हफ्ते में कई बार अपनाते हैं, उनके दांतों की स्थिति तेजी से खराब हो जाती है। लंबे समय में यह मुंह की समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

असली सफेद दांतों के लिए सुरक्षित तरीके

दंत चिकित्सा विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि वास्तविक और टिकाऊ परिणामों के लिए सोशल मीडिया हैक्स की बजाय वैज्ञानिक तरीके अपनाने चाहिए। प्रतिदिन दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से सही तरीके से ब्रश करना सबसे मौलिक आवश्यकता है।

इसके साथ ही नियमित फ्लॉसिंग, माउथवॉश का उपयोग और साल में कम से कम दो बार डेंटल चेकअप कराना जरूरी है। व्यावसायिक सफाई और स्केलिंग से दांतों पर जमे कठोर दाग-धब्बे सुरक्षित तरीके से हटाए जा सकते हैं।

सही व्हाइटनिंग उत्पादों का चुनाव

बाजार में कई डेंटल एप्रूव्ड व्हाइटनिंग टूथपेस्ट और माउथवॉश उपलब्ध हैं जो सुरक्षित और प्रभावी हैं। डेंटल क्लिनिक में कराए जाने वाले प्रोफेशनल व्हाइटनिंग ट्रीटमेंट से बेहतर और लंबे समय तक चलने वाले परिणाम मिलते हैं।

विशेषज्ञ सुझाते हैं कि दाग-धब्बों से बचने के लिए कॉफी, चाय, रेड वाइन और तंबाकू उत्पादों का सेवन सीमित करना चाहिए। धूम्रपान से पूरी तरह बचना दांतों की सफेदी बनाए रखने का सबसे अच्छा तरीका है।

सोशल मीडिया भ्रम से बचाव जरूरी

डेंटल एसोसिएशन के विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले स्वास्थ्य संबंधी हैक्स में से अधिकतर वैज्ञानिक आधार रहित होते हैं। विशेषकर दांतों से जुड़े नुस्खों में अक्सर एसिड या अब्रेसिव पदार्थों का उपयोग होता है जो हानिकारक साबित होते हैं।

मीडिया साक्षरता विशेषज्ञों की सलाह है कि किसी भी वायरल हैक को आजमाने से पहले योग्य चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। इंटरनेट पर मिली जानकारी की सत्यता की जांच करना और विश्वसनीय स्रोतों से पुष्टि कराना आवश्यक है।

निष्कर्ष

स्ट्रॉबेरी से दांत सफेद करने का यह वायरल ट्रेंड वास्तव में एक खतरनाक भ्रम है जो अस्थायी चमक के बदले में दांतों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। सच्ची और टिकाऊ मुस्कान पाने के लिए नियमित देखभाल, संतुलित आहार और समय-समय पर व्यावसायिक सलाह ही सबसे बेहतर उपाय है।

(अस्वीकरण: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य शिक्षा के उद्देश्य से है। किसी भी उपचार को अपनाने से पहले योग्य दंत चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।)