चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले जसप्रीत बुमराह के बाहर होने से टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा था. लेकिन तभी टीम मैनेजमेंट ने वरुण चक्रवर्ती को स्क्वॉड में शामिल करके एक बड़ी चाल चली।. बाद में वही भारतीय टीम के लिए एक्स-फैक्टर साबित हुए. उन्होंने अपनी घातक गेंदबाजी से विरोधी टीम के बल्लेबाजों को अकेले ही तहस-नहस कर दिया था और चैंपियन बनने में अहम भूमिका निभाई. लेकिन इसके पीछे भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का भी अहम योगदान था. इस सच्चाई का खुलासा खुद वरुण चक्रवर्ती ने किया है. उन्होंने रोहित को महान कप्तान भी बताया है.
वरुण चक्रवर्ती ने क्या खुलासा किया?
भारतीय कप्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान वरुण चक्रवर्ती का मैच के हर फेज में इस्तेमाल किया था. इसका सीधा फायदा भारत को हुआ. वरुण ने इसी बात को लेकर स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, ‘रोहित शर्मा ने मेरा बहुत अच्छा इस्तेमाल किया. मैंने पावरप्ले में 2 ओवर, डेथ ओवर में 2 से 3 ओवर और मिडिल ओवर में जब भी विकेट की जरूरत होती थी, गेंदबाजी की. मैंने उनसे कहा था कि इसी तरह से मेरी क्षमता का असर बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने मेरे कहे बिना ही इसे समझ लिया, क्योंकि वह अब तक के सबसे महान कप्तानों में से एक हैं.’
चैंपियंस ट्रॉफी में वरुण चक्रवर्ती को पांचवें स्पिनर के तौर पर स्क्वॉड में चुने जाने से क्रिकेट एक्सपर्ट्स सहमत नहीं थे. लेकिन रोहित का यही दांव टूर्नामेंट की दूसरी टीमों पर भारी पड़ा था. सबसे बड़ी बात ये रही कि उन्होंने वरुण चक्रवर्ती को पहले दो मैचों में बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ बैठाकर रखा. क्योंकि इन दो टीमों को बेहतर स्पिन खेलने के लिए जाना जाता है. रोहित ने पहले न्यूजीलैंड और फिर सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के सामने वरुण को मिस्ट्री के तौर पर उतारा था. इस वजह से विरोधी टीम के बल्लेबाज उन्हें पढ़ने में नाकाम रहे.
चैंपियंस ट्रॉफी में छाए वरुण
वरुण चक्रवर्ती ने चैंपियंस ट्रॉफी में पहला मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज के दौरान खेला था. इस मैच में वरुण चक्रवर्ती ने कीवी टीम के बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. उन्होंने घातक गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 42 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 ओवर में 49 रन देकर 2 अहम विकेट हासिल किए थे, जिसमें ट्रेविस हेड का विकेट भी शामिल था. वहीं फाइनल में वरुण ने 10 ओवर में 45 रन खर्चे और 2 विकेट चटकाए थे. इस तरह 3 मैचों में उन्होंने 9 विकेट चटकाए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज रहे.