
क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि हल्का सा खांसते, छींकते, हँसते या उठते-बैठते ही थोड़ा यूरीन (पेशाब) निकल जाता है? अगर हां, तो यह संकेत हो सकता है कि आप “मूत्र असंयम” (Urinary Incontinence) नामक समस्या से जूझ रहे हैं। यह अधिकांश महिलाओं में, खासतौर पर डिलीवरी के बाद, पाई जाती है लेकिन पुरुषों में भी इसका खतरा हो सकता है। आइए जानें इस समस्या के कारण, प्रकार और इसके बारे में जरूरी बातें—
क्या है मूत्र असंयम?
- यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी इच्छा के बिना मूत्र (यूरीन) बाहर निकल जाता है।
- यह आमतौर पर पेल्विक (श्रोणि) फ्लोर की मांसपेशियों के कमजोर होने के कारण होता है।
- यह परेशानी महिलाओं में अधिक पाई जाती है, खासतौर पर गर्भावस्था, डिलीवरी, रजोनिवृत्ति, और बढ़ती उम्र के कारण।
मुख्य कारण
- डिलीवरी या गर्भावस्था: श्रोणि क्षेत्र की मांसपेशियां कमजोर हो जाना।
- अधिक वजन, बढ़ा हुआ प्रोस्टेट, सर्जरी: विशेष रूप से पुरुषों में।
- ओवर-एक्टिव ब्लैडर, यूरीनरी इंफेक्शन, मूत्राशय की पथरी और कब्ज।
- तनाव (Stress): भावनात्मक या शारीरिक तनाव भी इस समस्या को बढ़ा सकता है।
मूत्र असंयम के प्रकार और लक्षण
1. तनाव जनित असंयम (Stress Incontinence)
- खांसने, छींकने, हँसने या वजन उठाने पर पेशाब का रिसाव।
- पेट की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ने से यह होता है।
- गर्भावस्था या डिलीवरी के बाद सामान्य है।
2. ओवरफ्लो असंयम (Overflow Incontinence)
- बार-बार पेशाब जाने का मन करना।
- मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं हो पाता और बार-बार थोड़ा-थोड़ा पेशाब निकलता रहता है।
- यह समस्या पुरुषों में अधिक पाई जाती है, खासकर प्रोस्टेट ट्यूमर या मांसपेशियों के कमजोर होने से।
3. त्वरित (Urge) असंयम
- यकायक पेशाब का तेज़ दबाव महसूस होना और तुरंत कंट्रोल न कर पाना।
- डायबिटीज, ओवरएक्टिव ब्लैडर या न्यूरोलॉजिकल बीमारी के कारण हो सकता है।
क्या करें?
- अगर आपको ऊपर दिए गए किसी भी तरह के लक्षण दिखें तो डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें।
- यह समस्या शर्मिंदगी की वजह जरूर है, लेकिन सही इलाज और जीवनशैली बदलाव से इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है।
- डॉक्टर से मिलकर उचित जांच और सलाह जरूर लें।
🌟 निष्कर्ष:
खांसते, हँसते या उठते-बैठते समय पेशाब का निकलना सामान्य नहीं है। यह एक गंभीर स्वास्थ्य चेतावनी हो सकती है, जिसे अनदेखा न करें और जल्द से जल्द विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लें।