
Ank Jyotish: अंक ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक मूलांक की खासियतें और खामियों के बारे में बताया गया है. कुछ मूलांक के जातक जहां चांदी का चम्मच लेकर पैदा होते हैं, वहीं कुछ तिथियों में जन्मे लोग सफलता पाने के लिए ताउम्र संघर्ष करते हैं. आइए जानते हैं उन मूलांक के जातकों के बारे में जिनका जीवन घोर संघर्ष में बीतता है.
कौन होते हैं मूलांक 8 के जातक
अंक ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति की जन्मतिथि से उसका मूलांक निकलता है और यही मूलांक उसके जीवन के उतार-चढ़ाव, स्वभाव और भाग्य के रहस्यों को बताता है. मूलांकों में मूलांक 8 को सबसे रहस्यमयी और संघर्षपूर्ण माना गया है. जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 8, 17 या 26 तारीख को होता है, उनका मूलांक 8 बनता है. इस अंक का स्वामी शनि देव हैं और शनि को कर्म, न्याय और कठिन परिश्रम का कारक माना जाता है.
शनि का प्रभाव
शनि देव हर व्यक्ति को उसके कर्मों का सटीक फल देते हैं. मूलांक 8 वाले जातकों को मेहनत के बाद ही सफलता मिलती है. कई बार इनकी प्रगति धीमी होती है, जिससे जीवन में संघर्ष बढ़ जाता है.
सफलता के लिए काफी संघर्ष
मूलांक 8 वाले लोग बहुत प्रतिभाशाली होते हैं लेकिन इन्हें अपने लक्ष्य तक पहुंचने में समय लगता है. युवा अवस्था में अधिक संघर्ष करना पड़ता है, जबकि जीवन के आखिर में सफलता और स्थिरता प्राप्त होती है.
चुनौतियां
अंक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मूलांक 8 वाले लोग कार्यक्षेत्र में बाधाएं, बार-बार असफलता, आर्थिक कठिनाइयां और रिश्तों में गलतफहमियां जैसी समस्याओं का समाना करते हैं. इसका दांपत्य जीवन में संघर्षों से भरा होता है. लेकिन, ये जातक धैर्य और मेहनत से हर बाधा को पार कर लेते हैं.
मूलांक 8 वालों की विशेषताएं
अंक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मूलांक 8 के जातक जिम्मेदार और कर्मठ होते हैं. ये विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानते. संघर्ष इन्हें और मजबूत बना देता है. जीवन के अंत में इन्हें सम्मान, सफलता और स्थिरता अवश्य प्राप्त होती है.
संघर्ष कम करने के उपाय
रोजाना शनि देव की पूजा करें और शनिवार को तेल का दीपक जलाएं. गरीब और जरूरतमंदों की मदद करें. काले तिल, काले कपड़े और उड़द दाल का दान करना लाभकारी रहता है. हनुमान चालीसा और शनि स्तोत्र का पाठ करें.