
इन दिनों तरह-तरह की बीमारियां पैदा हो रही हैं. हार्ट डिजीज से लेकर कैंसर तक का खतरा बढ़ रहा है. अगर इनका सही समय पर पता न लगाया जाए तो परेशानियां और जोखिम बढ़ सकती हैं.
ऐसे में मेडिकल चेक-अप और रूटीन पैथोलॉजी लैब टेस्ट (Pathology Lab Test) की जरूरत सबसे ज्यादा होती है. इनकी मदद से शुरुआती स्टेज पर ही खतरनाक और जानलेवा बीमारियों का पता चल जाता है और समय रहते इनसे बचा जासकता है. आज हम आपको 5 ऐसे ही रुटीन लैब टेस्ट के बारें में बताने जा रहे हैं, जो कैंसर-हार्ट अटैक जैसे खतरों से आपको बचाने का काम करते हैं.
सेहत के लिए जरूरी हैं 5 टेस्ट
1. कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट
इस टेस्ट (Complete Blood Count) को CBC भी कहते हैं. इसकी मदद से रेड और व्हाइट ब्लड सेल्स के लेवल को मॉनिटर कर ल्यूकेमिया, एनीमिया या इंफेक्शन का पता लगाया जाता है. इन्हें बढ़ने से पहले ही रोका जा सकता है.
2. लिपिड प्रोफाइल टेस्ट
इस टेस्ट (Lipid Profile Test) की मदद से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल का पता लगाकार कोरोनरी आर्टरी डिजीज जैसे खतरों का पता लगाया जाता है.इससे समय पर इनका सही इलाज करने में मदद मिलती है.
3. फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट
फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट (fasting blood sugar test) आपके ब्लड में शुगर लेवल को मापता है. इसकी मदद से डायबिटीज के खतरे को चेक करने में मदद मिलती है, जो हार्ट डिजीज, किडनी फेलियर और न्यूरोपैथी जैसीकई अन्य बीमारियों का कारण है.
4. लिवर और किडनी फंक्शन टेस्ट
लिवर और किडनी फंक्शन टेस्ट (Liver and Kidney Function Tests) लिवर और किडनी जैसे अहम अंगों में होने वाली समस्याओं का पता लगाता है. लिवर फंक्शन टेस्ट से लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की जानकारी लगती है. इन टेस्ट की मदद से इन अंगों में होने वाली क्रॉनिक कंडीशन का जल्दी पता चल जाता है और इलाज भी आसानी से होता है.
5. थायराइड फंक्शन टेस्ट
यह टेस्ट (Thyroid Function Test) शरीर के थायराइड ग्रंथि के फंक्शन की जांच करता है. इसकी मदद से थायराइड की बीमारियों जैसे कि हाइपोथायराइडिज्म और हाइपरथायराइडिज्म का पता लगाने में मदद मिलती है.