
इन दिनों खराब लाइफस्टाइल और खनापान के चलते बहुत से लोगों का शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। देश में डायबिटी के मरीज से तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। अगर इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो शरीर के कई अंगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। सहजन (Drumstick) इसके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आयुर्वेद में सहजन के औषधीय गुणों का बखान किया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि सहजन की न सिर्फ सब्जी बल्कि इसकी पत्तियों और फूलों में भी कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं। सहजन को ड्रमस्टिक और मोरिंगा के नाम से भी जाना जाता है।
सहजन एक सुपर प्लांट है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण की तरह काम करता है। इतना ही नहीं सहजन हार्ट को भी हेल्दी बनाता है। आमतौर पर दक्षिण भारतीय करी तैयार करने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। आइए जानते हैं डायबिटीज रोगियों के लिए सहजन के फायदे।
सहजन का इस्तेमाल सदियों से रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। इसके के तने, पत्ते, छाल, फूल, फल और कई अन्य भागों का अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। सहजन में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटी डिप्रेसेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। इसके अलावा सहजन कई तरह से खनिजों से भरपूर होता है। यह कैल्शियम का नॉन- डेयरी स्रोत है। इसमें पोटेशियम, जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन, तांबा, फास्फोरस और जस्ता जैसे अन्य पोषक तत्व भी शामिल होते हैं। सहजन से शुगर ही नहीं बल्कि थॉयरॉइड की समस्या को भी खत्म किया जा सकता है।
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में सहजन का जवाब नहीं है। सहजन नेचुरली इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। जिससे डायबिटीज कंट्रोल रहता है। सहजन में कई तरह के विटामिन और मिनिरल्स पाए जाते हैं, जो खून में ग्लूकोज के लेवल को मैंटेन रखता है।
स्किन और बालों के लिए फायदेमंद
सहजन में विटामिन A, विटामिन B, फॉलिक एसिड और अन्य एशेंशिएयल न्यूट्रेंट पाए जाते हैं। इसके सेवन से स्किन में ग्लो आता है। बालों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। सहजन से खून साफ होता है। इससे चेहरे में कील मुहांसों से छुटकारा मिलता है।
सहजन के बीज और पत्तियों का इस्तेमाल तीन अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। पत्तियों को कच्चा, पाउडर या जूस के रूप में सेवन किया जा सकता है। सहजन के पत्तियों को पानी में उबालकर इसमे शहद और नींबू मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा सहजन का इस्तेमाल सूप और करी में भी हो सकता है। नियमित रूप से एक चम्मच या लगभग 2 ग्राम सहजन की खुराक लेनी चाहिए। डायबिटीज रोगियों को सही खुराक जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।