
Saif Attack Case: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान हमले के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आ चुके हैं। पिछले हफ्ते मुंबई स्थित सैफ के घर पर एक चोर ने हमला करके एक्टर को घायल कर दिया था। अब इस घटना पर शिवसेना (शिंदे गुट) नेता संजय निरुपम ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा है कि आखिर ढाई इंच चाकू घुसने के बाद भी कैसे सैफ चार दिनों में ही इतने फिट हो गए। यह सवाल सिर्फ मेरे मन में ही नहीं, बल्कि पूरे मुंबईवासियों के मन में है। शिवसेना नेता ने यह भी कहा कि हमले के बाद सैफ की पीठ पर भी कोई जख्म नहीं दिख रहा है।
संजय निरुपम ने सैफ पर हमले मामले में न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई’ से कहा, ”यह हमला अपने आप में सवाल खड़े करता है। मैं सैफ के परिवार के खिलाफ नहीं हूं। उनके प्रति सहानुभूति है। पूरा परिवार सुरक्षित रहे, ऐसी कामना करते हैं, लेकिन डॉक्टर ने सारी जानकारियां रखीं और बताया कि सैफ की पीठ में ढाई इंच चाकू घुस गया था। फिर ऑटो वाले ने बताया कि लहूलुहान अवस्था में लाए गए थे, डॉक्टर ने बताया कि छह घंटे तक ऑपरेशन चला था। इतना सब होने के बाद कोई व्यक्ति चार दिन में इतनी फिट अवस्था में अस्पताल से डिस्चार्ज हो जाएगा, क्या यह संभव है। यह सवाल मेरे मन में और मुंबई के हर व्यक्ति के मन में है।”
‘चाकू से हमला हुआ या सिर्फ एक्टिंग की?’
अभिनेता सैफ अली खान को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद कई लोगों ने आश्चर्य व्यक्त किया है. मंत्री नितेश राणे ने भी अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि सैफ अली खान पर वाकई चाकू से हमला किया गया है कि सैफ अली खान ने सिर्फ एक्टिंग की है. नितेश राणे ने यह आशंका जताई है. सुप्रिया सुले और जीतेन्द्र आव्हाड ने कभी भी हिंदू कलाकारों की चिंता नहीं की. उन्हें सिर्फ खान कलाकारों की चिंता है. नितेश राणे पुणे के आलंदी में बोल रहे थे.
नितेश राणे ने कहा, सैफ अली खान के घर में घुसे बांग्लादेशी! पहले वे मुंबई के बंदरगाह पर ठहरते थे, अब वे घर में प्रवेश कर रहे हैं. हो सकता है सैफ अली खान को लेने आए हों. आज सैफ अली खान को देखकर मुझे शक हो गया. यदि वास्तव में छुरा घोंपा गया था या उन्होंने अभिनय किया है. उन्होंने आगे कहा, जब कोई खान मुसीबत में होता है, फिर सभी आपस में नोकझोंक करने लगते हैं.
नितेश राणे ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या हुआ? तब जीतेन्द्र आव्हाड सामने नहीं आए. बारामती की ताई (सुप्रिया सुले) बाहर नहीं आईं. सुप्रिया सुले को सैफ अली खान की चिंता सता रही है. शाहरुख खान के बेटे की चिंता है. नवाब मलिक की चिंता है. क्या आपने कभी उन्हें किसी हिंदू कलाकार के बारे में चिंता करते हुए सुना है? नितेश राणे ने आगे दावा किया कि वीर सावरकर ने कहा है मुसलमान नहीं बल्कि हिंदू ही हिंदुओं के दुश्मन हैं.
‘मैं वोट पाने या दंगे भड़काने के लिए बात नहीं कर रहा हूं’
नितेश राणे ने कहा कि कभी- कभी ऐसा लगता है कि हमें इतना चरम रुख क्यों अपनाना चाहिए? माहौल क्यों खराब करें? लेकिन, आसपास का माहौल देखने के बाद हमें लगता है कि हमें सचेत हो जाना चाहिए. वक्फ बोर्ड ने अपने अधिकार के धार्मिक स्थलों पर कब्जा करना शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि पिंपरी-चिंचवड़ का उदाहरण लीजिए. कई रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमान रोजगार के लिए पिंपरी- चिंचवड़ आए हैं. वे धीरे-धीरे एक मस्जिद भी बनाते हैं. आपको पता भी नहीं चलेगा. वे भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना चाहते हैं. सच कह रहा हूं. मैं वोट पाने या दंगे भड़काने के लिए बात नहीं कर रहा हूं.