
दुनिया में सांपों की हज़ारों प्रजातियाँ मौजूद हैं, जिनमें से कुछ बेहद ज़हरीली और ख़तरनाक होती हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे सांप के बारे में बता रहे हैं, जिसकी कीमत करोड़ों में है, और इसकी वजह जानकर आप हैरान रह जाएँगे।
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25 करोड़ रुपये का दोमुंहा सांप: ‘रेड सैंड बोआ’
इस बेहद दुर्लभ सांप का नाम है रेड सैंड बोआ। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत 1 करोड़ से लेकर 25 करोड़ रुपये तक हो सकती है। यह दोमुंहा सांप अपनी दुर्लभता और ख़ासियत की वजह से इतना महंगा बिकता है।
क्यों है यह इतना कीमती?
- तांत्रिक उपयोग: कुछ लोगों का मानना है कि इस सांप का इस्तेमाल तांत्रिक अलग-अलग उद्देश्यों के लिए करते हैं।
- दवाओं में इस्तेमाल: इस सांप का उपयोग कुछ खास दवाओं, ख़ासकर यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाओं को बनाने में किया जाता है।
- दुर्लभ प्रजाति: रेड सैंड बोआ बहुत ही दुर्लभ प्रजाति का सांप है, जिसकी वजह से बाज़ार में इसकी मांग बहुत ज़्यादा है।
हालांकि, इसे ‘दोमुंहा सांप’ कहा जाता है, लेकिन इसके दो मुंह नहीं होते। इसकी पूंछ का आकार मुंह जैसा दिखता है, इसलिए इसे यह नाम दिया गया है।
क़ानूनी सुरक्षा और तस्करी
- संरक्षित प्रजाति: भारत सरकार ने 1972 में इस सांप को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित घोषित किया है।
- अवैध तस्करी: इसकी बढ़ती मांग के कारण इसकी अवैध तस्करी भी खूब होती है।
- अपराध: इस ज़हर-रहित सांप का शिकार करना, पकड़ना या इसकी तस्करी करना एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए सख़्त सज़ा का प्रावधान है।
यह सांप शांत स्वभाव का होता है और इंसानों को तभी नुक़सान पहुँचाता है जब उसे छेड़ा जाए। इसकी दुर्लभता ने इसे अपराधियों के लिए एक बड़ा निशाना बना दिया है।