
सात बड़े शहरों में औसतन आवास की कीमतें 9% बढ़ी हैं.
दिल्ली-NCR के प्राथमिक हाउसिंग मार्केट में जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान 24% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यह बढ़ोतरी खासकर लग्जरी घरों की बढ़ती मांग के कारण हुई है. यह जानकारी रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कंपनी Anarock की रिपोर्ट में दी गई है.
Anarock के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में आवासीय संपत्तियों की औसत कीमत पिछले साल ₹7,200 प्रति वर्ग फुट थी, जो अब बढ़कर ₹8,900 प्रति वर्ग फुट हो गई है. दिल्ली-NCR के प्रमुख हाउसिंग बाजारों में गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद शामिल हैं.
ये है सबसे महंगा हाउसिंग मार्केट
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के सात बड़े शहरों में औसतन आवास की कीमतें 9% बढ़कर ₹9,105 प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो पिछले साल ₹8,390 प्रति वर्ग फुट थीं. इनमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दिल्ली-NCR में 24% की रही. मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR) अब भी देश का सबसे महंगा हाउसिंग मार्केट है. यहां मकानों की कीमतें 6% बढ़कर ₹17,230 प्रति वर्ग फुट पहुंच गईं.
बेंगलुरु में 10% बढ़ी कीमत
इसके अलावा बेंगलुरु में घरों की कीमतें 10% बढ़कर ₹8,870 प्रति वर्ग फुट हो गई है. पुणे में 4% बढ़कर ₹7,935 प्रति वर्ग फुट हो गई है. हैदराबाद में 8% बढ़कर ₹7,750 प्रति वर्ग फुट, चेन्नई में 5% बढ़कर ₹7,010 प्रति वर्ग फुट और कोलकाता में 6% बढ़कर ₹6,060 प्रति वर्ग फुट हो गई हैं. गौर ग्रुप के CMD मनोज गौर ने कहा, NCR में 24% की बढ़ोतरी घर खरीदने वालों के व्यवहार में एक बड़ा बदलाव दिखाती है. अब खरीदार ऐसे शहरों में निवेश कर रहे हैं जो बेहतर लाइफस्टाइल और स्टेबलिटी देते हैं.
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रियल एस्टेट सेक्टर मजबूत
क्रिसुमी कॉर्पोरेशन के चेयरमैन अशोक कपूर ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में कीमतों में यह तेज बढ़ोतरी घरों की लगातार बनी मांग को दिखाती है. उन्होंने कहा, आर्थिक उतार-चढ़ाव के बावजूद रियल एस्टेट सेक्टर मजबूत बना हुआ है. आज के खरीदार सिर्फ घर नहीं, बल्कि बेहतर जीवनशैली और आधुनिक सुविधाएं चाहते हैं. BPTP लिमिटेड के CEO मनीक मलिक ने कहा कि लग्जरी घरों की मांग में उछाल लोगों की बढ़ती संपन्नता और वैश्विक जीवनशैली की चाह को दिखाता है. उन्होंने बताया कि इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार ने भी दिल्ली-एनसीआर में मांग और कीमतों को बढ़ावा दिया है.