
सुरक्षा समीक्षा बैठक करते अमित शाह.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर को लेकर हाई लेवल सुरक्षा समीक्षा बैठक की. इसमें गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत हम जल्द से जल्द आतंक-मुक्त जम्मू-कश्मीर के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सभी सुरक्षाबलों के एकजुट प्रयासों के साथ जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के प्रति कटिबद्ध है. उन्होंने सभी सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए समन्वित तरीके से काम जारी रखने का निर्देश दिया. अमित शाह ने एरिया डॉमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान का कार्यान्वयन मिशन मोड में करने पर जोर दिया.
अमित शाह ने कहा कि विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर के लोगों की अभूतपूर्व भागीदारी से पता चलता है कि उनका देश के लोकतंत्र पर पूरा विश्वास है. गृह मंत्री ने आतंकी घटनाओं, घुसपैठ और आतंकवादी संगठनों में युवाओं की भर्ती में उल्लेखनीय गिरावट के लिए सुरक्षा एजेंसियों के प्रयासों की सराहना की.
आतंकवाद का इको-सिस्टम लगभग खत्म
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के निरंतर और समन्वित प्रयासों के कारण जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का इको-सिस्टम लगभग खत्म हो गया है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला सरकार बनने के बाद पहली बार गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की गई.
Chaired a security review meeting for Jammu and Kashmir today, along with the Lt. Governor and senior officials.
Under PM Modi Ji’s vision of building a peaceful and secure J&K, our security agencies have nearly destroyed the terror ecosystem. Appreciated the agencies for the pic.twitter.com/Q9afjxTfHG
— Amit Shah (@AmitShah) December 19, 2024
बैठक में कौन-कौन मौजूद रहा?
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, आईबी निदेशक, रॉ प्रमुख, सेनाध्यक्ष, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, डीजीएमओ, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.
मंत्रालय की ओर से एक बयान में कहा गया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि आतंकवाद के खात्मे में अभियान के लिए सभी आवश्यक संसाधन आवंटित किए जाएंगे.सूत्रों के मुताबिक, 2019 में जम्मू-कश्मीर में 142 आतंकवादी मारे गए. इस साल अब तक यह संख्या लगभग 45 है. यूटी में 2019 में 50 नागरिक मारे गए. इस साल नवंबर के पहले सप्ताह तक यह आंकड़ा 14 था.