
प्रतापगढ़। बुधवार की रात आशा, अंकित, रिया और उनका बेटा पहली मंजिल पर सोने चले गए। यशोदा देवी नीचे ही सो रही थीं। बृहस्पतिवार की सुबह करीब सात बजे दूध देने वाला पहुंचा। देखा तो दुकान के शटर का कुछ हिस्सा खुला था। लेकिन कोई मौजूद नहीं था। आवाज लगाई तो भीतर से कोई जवाब नहीं मिला।
यूपी के प्रतापगढ़ स्थित सगरासुंदरपुर में महिला और उसके बेटे-बहू गुरुवार की सुबह घर की पहली मंजिल के कमरे में मृत पाए गए। दंपती का छह माह का बेटा मां के शव से लिपटकर रोता मिला। आशंका जताई जा रही है कि जहरीला पदार्थ खाने से जान गई है। विसरा सुरक्षित किया गया है। मामले में पड़ोसी समेत चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
वाराणसी-लखनऊ हाईवे के किनारे लीलापुर थाना क्षेत्र के सगरासुंदरपुर बाजार निवासी यशोदा देवी (70) ने बेटी आशा देवी (48) की शादी रायबरेली कैपरगंज निवासी रमेश कुमार पटवा के साथ की थी। पति से अलगाव के बाद आशा अपनी मां के घर पर ही रहती थीं। साथ में बेटा अंकित पटवा (26), उसकी पत्नी रिया (22) भी रहते थे, जिनका छह माह का एक पुत्र है। अंकित घर के बाहरी कमरे में जनरल स्टोर चलाता था।
बुधवार की रात आशा, अंकित, रिया और उनका बेटा पहली मंजिल पर सोने चले गए। यशोदा देवी नीचे ही सो रही थीं। बृहस्पतिवार की सुबह करीब सात बजे दूध देने वाला पहुंचा। देखा तो दुकान के शटर का कुछ हिस्सा खुला था। लेकिन कोई मौजूद नहीं था। आवाज लगाई तो भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। उसने अंकित के पड़ोसी दोस्त अशोक जायसवाल को जानकारी दी। उन्होंने फोन किया तो भी कोई जवाब नहीं आया।
इसके बाद दोनों अंदर घुसे तो तीनों के शव बेड पर पड़े मिले। मासूम मां से लिपटकर रो रहा था। उन्होंने बाजार के लोगों को जानकारी दी। कुछ देर बाद सगरासुंदरपुर चौकी प्रभारी पहुंचे और घर की छानबीन की। मृतकों के मुंह व नाक से झाग निकल रहा था।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी डॉ. अनिल कुमार, सीओ रामसूरत सोनकर, एएसपी संजय राय फॉरेंसिक टीम लेकर मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। फॉरेंसिक टीम ने वहां से मिठाई का डिब्बा समेत अन्य संदिग्ध चीजों को कब्जे में लिया। चार लोगों पूछताछ की जा रही है। तहकीकात में पड़ोसी से जमीन के विवाद की बात भी सामने आई है।
चिकित्सकों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच शवों का पोस्टमार्टम किया। जहरीला पदार्थ निगलने से मौत की आशंका जाहिर करते हुए विसरा सुरक्षित कर लैब भेजा। शाम को तीनों शव घर पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में शवों को दूसरे वाहन से अंतिम संस्कार के लिए ऋंग्वेरपुर ले जाया गया।