उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस और एसटीएफ की टीम ने एक बार फिर बड़ी सफलतम हासिल की है। लुटेरों और हत्यारों के बीच अपनी शिकंजा कसने वाले इनामिया बदमाश शंकर कनौजिया को आजमगढ़ के जहानागंज इलाके में एक घातक मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ 23 अगस्त 2025 को हुई, जब वाराणसी एसटीएफ इकाई को खुफिया जानकारी मिली कि शंकर कनौजिया अपने गिरोह के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।

पुलिस की टीम ने घेराबंदी करते हुए उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन शंकर ने जानलेवा हमला बोलते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस को केन्द्रित और सतर्क प्रतिक्रिया देते हुए आत्मरक्षा में मशाल के समान जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी। मुठभेड़ के दौरान शंकर कनौजिया मारा गया, जिससे इलाके में अपराधियों के छक्के छुड़ गए।
घटनास्थल से पुलिस ने एक 9mm कारबाइन, एक 9mm पिस्टल, एक खुखरी के अलावा भारी मात्रा में जिंदा और खाली कारतूस बरामद किए। इस मल्टी-वेपन्स किट से जाहिर होता है कि शंकर कनौजिया कितना खतरनाक अपराधी था और वह किसी भी हद तक जाकर अपराध को अंजाम देने में सक्षम था।
शंकर की अपराधी इतिहास बेहद चौंकाने वाली है। वह लूट और हत्या जैसे संगीन इल्ज़ामों में शामिल रहा है, जिसके लिए उस पर यूपी सरकार ने एक लाख रुपये का इनाम भी रखा था। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रही, लेकिन एसटीएफ की इस कार्रवाई ने एक बड़ी राहत दी है।
इस बाबत पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ ने पुलिस एवं कानून की ताकत का प्रदर्शन किया है, जिससे क्षेत्र में कानून व्यवस्था मजबूत होगी और अपराधियों में भय का माहौल बनेगा। इस कार्रवाई से इलाके के लोगों में भी सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है और पुलिस की कार्यशैली की सराहना हो रही है।