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चीन के फाइटर जेट व्हाइट इंपरर को टक्कर देगा तेजस मार्क 1A, जानें क्या है खासियत

तेजस मार्क 1-A.

चीन की छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की पहली उड़ान दुनिया ने देखी. अमेरिका को मात देते हुए चीन ने अपना नेक्स्ट-जेनरेशन फाइटर जेट आसमान उड़ाया, जिसकी पहली उड़ान सफल रही. इसे चीन की एयरोस्पेस क्षमताओं में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.

चीन के इस लड़ाकू विमान को व्हाइट इंपरर (बैदी) उपनाम दिया गया है. हालांकि इसकी विशेषताओं को अभी चीन ने दुनिया से छिपा रखा है, लेकिन ये तय है कि ये विमान कई तरह की अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है.

यह एक स्टील्थ एयरक्राफ्ट है. ये रडार को चकमा आसानी से दे सकता है. इसमें एडवांस एवियोनिक्स सिस्टम लगा है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया है. ये लड़ाकू विमान यूएवी के साथ मिलकर काम करेगा. ये विमान हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस है.

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अगला साल तेजस मार्क 1A के लिए है खास

वहीं, इसके मुकाबले में भारत की तेजस मार्क 1A को लेकर क्या तैयारी है? जनवरी में तेजस मार्क 1A पर महत्वपूर्ण ट्रायल शुरू होने वाले हैं. HAL सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगले साल का पहला महीना तेजस विमान के प्रोजेक्ट के लिए बेहद जरूरी होने वाला है. तेजस मार्क 1A में स्वदेशी “अस्त्रा” बियॉन्ड-विजुअल-रेंज मिसाइल, विमान के स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सूट और इजराइली एल्टा रडार का टेस्ट किया जायेगा. पहले हर तरह के ट्रायल्स पूरे किए जाएंगे.

हालांकि यह अपनी तय समय सीमा से पूरा एक साल लेट है.भारतीय वायुसेना ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को बड़े पैमाने पर तेजस लड़ाकू विमानों का ऑर्डर दिया हुआ है. मार्च 2024 में इसकी डिलीवर होनी थी, वहीं इसमें अमेरिकी कंपनी GE का F404-IN20 इंजन की डिलीवरी शुरू नहीं होने से इसमें नहीं लगाया गया है. इस वजह से नए तेजस विमान मिलने में भारतीय वायु सेना को विलंब हो रहा है. HAL ने जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ अगस्त 2021 में 83 LCA तेजस मार्क 1A के 99 इंजनों के लिए समझौता किया था.

तेजस मार्क 1A की ये है खासियत

सूत्रों के अनुसार महीने की शुरुआत में शीर्ष भारतीय अधिकारी F404 की प्रोडक्शन साइट पर विजिट करने के लिए अमेरिका जा सकते हैं और ऐसे में इंजन की पहली यूनिट की सप्लाई मार्च 2025 में शुरू होगी.

वहीं, मार्च 2024 में तेजस मार्क 1A की पहली सफल उड़ान बेंगलुरु के एचएएल फैसिलिटी में पूरी हुई थी. यह अपनी पहली उड़ान में 18 मिनटों तक हवा में रहा. इस फाइटर एयरक्रॉफ्ट की क्षमता है कि यह हवा में फ्यूल भर सकता है. इससे इसकी कैपिसिटी बढ़ जाती है. साथ ही यह फाइटर जेट बीवीआर यानी बियॉन्ड विजुवल रेंज मिसाइल, एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्केन्ड ऐरे रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सूट जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैश है.