कर्नाटक के तुमकुर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, यहां एक डॉक्टर ने अपनी सास की बेरहमी से हत्या कर उसकी लाश को 19 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगह फेंक दिया था. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है…और पढ़ें
7 अगस्त 2025 की सुबह 10:00 बजे के आसपास एक आवारा कुत्ते के मुंह में इंसान का हाथ था. एक किसी ग्रामीण की उस पर नजर पड़ जाती है. ग्रामीण उस कुत्ते को रोकने की कोशिश करता है. लेकिन कुत्ता बस्ती की तरफ भागने लगता है. जैसे-जैसे कुत्ता बस्ती की तरफ भाग रहा था वैसे-वैसे शोर भी मच रहा था.
देखते ही देखते किसी ने 112 नंबर पर फोन कर दिया और जैसे ही सूचना 112 नंबर पर मुख्यालय पर पहुंचती है. पुलिस तुरंत ही इस कोराला गांव में पहुंच जाती है. ग्रामीणों ने उस कुत्ते को घेर कर उस हाथ को छीन लिया. पुलिस भी मौके पर पहुंचती है तो उस हाथ को कब्जे में लेती है. हाथ को हाथ में अंगूठी थी और साथ ही चूड़ियां थी. हाथ को देखकर यह साफ अंदाजा लगाया जा रहा था जैसे किसी महिला का हाथ है.

कौन थी वो महिला
5 किलोमीटर के दायरे में गहन छानबीन के बाद उन्हें 19 अलग-अलग जगहों पर शरीर के अलग-अलग अंग मिले, लेकिन सिर फिर भी नहीं मिला. लाश की पहचान 42 साल की लक्ष्मी देवी के रूप में हुई. उनके पति वसभराज ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्हें आखिरी बार 3 अगस्त को हनुमंतपुरा में अपनी बेटी तेजस्वी के घर से निकलते हुए देखा गया था.
पुलिस ने अपनी तरफ से कोशिश की और पुराने कई दिनों के जो उस इलाके में जितने भी सीसीटीवी कैमरे थे उन सीसीटीवी कैमरों को घुमाना शुरू किया. पता चलता है कि 3 अगस्त 2025 की दोपहर दोपहर के बाद का समय वहां पर एक कार थी जो एक ही जगह घूम रही थी.
दामाद का खास हाथ
आखिरकार पुलिस ने उस कार का फोटो चारों तरफ सर्कुलेट किया और सर्कुलेट करने पर कार मालिक का पता चल जाता है, वह पुलिस को बताता है कि ‘साहब मैंने 6 एक मशहूर डॉक्टर रामचंद्रप्पा को बेच दी थी.’ रामचंद्रप्पा मृत महिला का दामाद था. लेकिन अब सवाल उठता है कि उसका इस कत्ल से क्या लेना देना है?
डॉक्टर रामचंद्र की उम्र 47 साल थी लेकिन उसकी पहली पत्नी को तलाक दे दिया था. दूसरी शादी जो की थी वो इसी लक्ष्मी देवअम्मा की बेटी तेजस्वी से हुई थी. डॉक्टर रामचंद्रप्पा को तुरंत हिरासत में ले लिया गया.
दामाद ने बताया सच
पहले तो डॉक्टर रामचंद्रप्पा ने कुछ भी बताने से इनकार किया, लेकिन आखिर में उसने सारा सच उगल दिया. उसने बताया, ‘ जब इसकी शादी होती है तो तब से इसको ऐसा लगता है उसकी सास है का कैरेक्टर खराब है. उसका कई मर्दों से संबंध है और वो अपनी बेटी को भी यानी कि उसकी पत्नी को भी खराब कर देगी. इसलिए वो अपनी पत्नी को दूर रखना चाहता था. लेकिन सास थी कि घर में उसका बेवजह की दखलअंदाजी देती रहती थी.
आखिरकार 6 महीने से उसने प्लान करना शुरू कर दिया. एक दिन रामचंद्रप्पा की मुलाकात सतीश नाम के व्यक्ति से होती है. जो उसके क्लीनिक पर अपना इलाज कराने आता है. 44 लाख उनको देने की बात तय हो जाती है. वो वादा कर लेता है कि वह उसकी सास की हत्या में मदद करेगा.
3 अगस्त 2025 को जैसे ही लक्ष्मी देव अम्मा अपनी बेटी से मिलने तेजस्वी से घर आती हैं. घर मिलने के बाद एक आधे घंटे रुकती हैं. जब जाने लगती हैं तभी डॉक्टर साहब कहते हैं कि अगर तुम्हें कोई एतराज ना हो तो तुम्हारे घर तक मैं छोड़ दूं? लक्ष्मी एकदम तैयार हो जाती है.
शरीर के 19 टुकड़े
डॉक्टर ड्राइविंग करता है सास बगल में बैठ जाती है. सतीश और एक आदमी पीछे वाली सीट पर बैठ जाते हैं. पीछे से सतीश लक्ष्मी के पल्लू से उसका गला घोट देता है और देखते ही देखते लक्ष्मी दम तोड़ देती है. अब लाश को ठिकाने लगाने की प्लानिंग की जाती है. डॉक्टर एक फार्म हाउस में लाश को लेकर जाता है. सभी मिलकर लाश के 19 टुकड़े करते हैं. फिर प्लास्टिक के छोटे-छोटे बैग में पैक करके अलग-अलग जगह पर फेंक देते हैं.
पूरी कहानी सुनकर पुलिस के होश उड़ जाते हैं. दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाता है. उनसे पूछताछ की जाती है. कार जब्त कर ली जाती है. आरोपियों के कबूलनामे के बाद पुलिस ने घटनास्थल से खून से सने कपड़े, चाकू, प्लास्टिक बैग बरामद कर लिए हैं. फॉरेंसिक टीम ने लाश के टुकड़ों की जांच शुरू कर दी है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.