
रमेश बिधूड़ी
बिहार में राजनीतिक दल अलग अलग मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में उतरे हैं. हर कोई विकास की बात कर रहा है. लेकिन सीमांचल की अगर बात करें तो यहां का मुद्दा कुछ और ही है. भारतीय जनता पार्टी के सीमांचल के प्रभारी और पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी के मुताबिक यहां सबसे बड़ा मुद्दा घुसपैठियों को बाहर निकालना है.
रमेश बिधूड़ी ने किशनगंज जिले के झोड़ागछ के कुकुर बाड़ी पंचायत में टीवी 9 भारतवर्ष से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि सीमांचल में विकास तो मुद्दा है ही लेकिन उससे भी बड़ा मुद्दा अगर कुछ है तो वह है घुसपैठियों को बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि इस इलाके में कई घुसपैठिए हैं जिन्हें बाहर निकालना बेहद जरूरी है.
‘घुसपैठिए को बाहर निकालना प्राथमिकता’
रमेश बिधूड़ी ने बताया कि ऐसा दावा किया जाता है कि हाल के वर्षों में कई सारे ऐसे घुसपैठिए हैं जो इस इलाके में जाकर शरण लिए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार अपने स्तर पर कोशिश कर रही है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि आने वाले दिनों में एक-एक घुसपैठियों को इस इलाके से बाहर किया जाएगा ताकि यहां का सतत विकास हो सके.
पुल न होने से परेशान हो रहे लोग
वहीं TV9 भारतवर्ष से बातचीत में मुन्नी देवी ने बताया कि इस इलाके में कई सारी ऐसी समस्याएं हैं जिसे जनता काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समस्या स्थानीय पुल की है. उन्होंने बताया कि जो यहां पर नदी है उसमें दो पंचायत में तो पुल है लेकिन एक पंचायत में पुल नहीं है जिसकी वजह से लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
गांव में सड़क नहीं
ठाकुरगंज विधानसभा के क्षेत्र के झोड़ागछ गांव के मुकेश हेंब्रम ने बताया कि यदि इलाके में कोई बीमार हो जाए तो उसे यहां से कैसे तत्काल प्रभाव से बाहर ले जाया जाए यह हमारी सबसे बड़ी समस्या है.उन्होंने बताया कि गांव में पूरी तरीके से सड़क नहीं होने की वजह से गर्भवती महिलाओं से लेकर बुजुर्गों तक को यहां से इलाज के लिए बाहर ले जाने में परेशानी होती है. इन समस्याओं से सीमा पार का यह गांव दो चार हो रहा है.
सीमावर्ती जिला सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह इलाका सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। दो देशों की सीमा इस जिले से लगती है ऐसे में यहां पर वोटिंग करने से पहले कई सारी मुद्दों को ध्यान में रखना होगा जिसमें की सामरिक महत्व छिपा हुआ है उन्होंने कहा कि दो देश चाहे वह बांग्लादेश हो या फिर नेपाल दोनों की राजनीतिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इन सभी चीजों को ध्यान में रखकर भी जनता को वोट करना चाहिए।




