
MP Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर से मेघालय के शिलांग हनीमून पर गए नवविवाहित राजा और सोनम रघुवंशी की कहानी अब रहस्य, त्रासदी और सवालों से भरी एक राष्ट्रीय सनसनी बन चुकी है। शादी के महज 12 दिन बाद राजा की लाश खाई में मिली, जबकि सोनम अब तक लापता है। इस रहस्य में नया मोड़ तब आया, जब सोनम के पिता ने सनसनीखेज दावा किया कि उनकी बेटी और दामाद ने शुभ मुहूर्त के बिना यात्रा शुरू की थी, जो अशुभ साबित हुई।
सोनम के पिता का बयान: मुहूर्त नहीं था, फिर भी शिलांग गए
क्या है पूरा मामला?
राजा रघुवंशी (30), एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी, और उनकी पत्नी सोनम (27) की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में धूमधाम से हुई थी। दोनों ने हनीमून के लिए मेघालय का रुख किया। 20 मई को बेंगलुरु के रास्ते गुवाहाटी पहुंचे और कामाख्या मंदिर के दर्शन के बाद 23 मई को शिलांग चले गए। वहां से वे चेरापूंजी (सोहरा) के पास नोंग्रीट गांव में प्रसिद्ध ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने गए। 23 मई को सोनम ने अपनी सास से आखिरी बार बात की, जिसमें उन्होंने कहा, “मां, मैं राजा के साथ जंगल में घूमने आई हूं। बाद में फोन करती हूं।” इसके बाद दोनों के फोन बंद हो गए।
24 मई को उनकी किराए की एक्टिवा स्कूटर शिलांग-सोहरा मार्ग पर एक कैफे के पास लावारिस मिली। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मेघालय पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। 2 जून को 11 दिन की तलाश के बाद राजा का सड़ा-गला शव वेईसॉडॉन्ग खाई में मिला। उनकी पहचान उनके दाहिने हाथ पर ‘राजा’ नाम के टैटू से हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी हत्या एक ‘डाओ’ (कुल्हाड़ी जैसा हथियार) से की गई। सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन उनकी शर्ट, रेनकोट, दवाइयों की स्ट्रिप, और टूटा हुआ मोबाइल खाई से बरामद हुआ।
सोनम के पिता का बयान और टोटके का सहारा
सोनम के पिता ने अपनी बेटी की वापसी की उम्मीद में एक हिंदू रीति के तहत उनके घर के बाहर सोनम की तस्वीर उल्टी लटका दी। उन्होंने कहा, “मेरा दामाद अब इस दुनिया में नहीं है। अब केवल चमत्कार ही मेरी बेटी को वापस ला सकता है।” उन्होंने बताया कि पंडित ने 5 जून को यात्रा के लिए शुभ मुहूर्त बताया था, लेकिन सोनम और राजा ने बिना परिवार को सूचित किए 20 मई को ही यात्रा शुरू कर दी। पंडित के अनुसार, यह समय यात्रा के लिए अशुभ था। इस बयान ने मामले को और रहस्यमयी बना दिया है।
Honeymoon couple: परिवार की आशंका, हत्या और अपहरण
राजा के भाई विपिन और सोनम के भाई गोविंद ने मेघालय में सर्च ऑपरेशन में हिस्सा लिया। गोविंद ने कहा, “मेरी बहन जीवित है। उसका अपहरण हुआ है। मैं मेघालय के मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि इसे हत्या के बजाय अपहरण का मामला मानकर जांच करें।” परिवार को शक है कि राजा और सोनम को लूटपाट या अपहरण के इरादे से निशाना बनाया गया। उन्होंने इलाके के होटल मालिक, स्थानीय गाइड, और चाय की दुकान के मालिक पर भी संदेह जताया, जहां जोड़े ने आखिरी बार चाय पी थी। परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है और इंदौर में राजा के घर के बाहर एक पोस्टर लगाया है, जिसमें लिखा है, “राजा की आत्मा केंद्र और राज्य सरकार से अपील करती है: मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया। सीबीआई जांच करे।”
पुलिस की जांच और सर्च ऑपरेशन
मेघालय पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सिम ने बताया कि राजा की हत्या के पीछे का मकसद और परिस्थितियां पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होंगी। ड्रोन, प्रशिक्षित पर्वतारोहियों, और एनडीआरएफ की 17 सदस्यीय टीम खाई में सोनम की तलाश कर रही है। क्षेत्र की खतरनाक भौगोलिक स्थिति और भारी बारिश ने सर्च ऑपरेशन को मुश्किल बना दिया है। पुलिस को ओसरा हिल्स के पास एक रिसॉर्ट पर भी संदेह है, जो कथित तौर पर आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा है।
परिवार का दर्द और सामाजिक समर्थन
परिवार ने सोनम और राजा की तलाश के लिए यूट्यूबर्स और स्थानीय न्यूज चैनलों की मदद ली। इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने शिलांग में डीजीपी से मुलाकात कर सर्च ऑपरेशन को तेज करने की मांग की। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से बात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। परिवार ने सोनम की जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है।
रहस्य से भरा मामला
यह मामला कई सवाल खड़े करता है। क्या राजा और सोनम को लूटपाट के लिए निशाना बनाया गया? क्या सोनम का अपहरण हुआ, जैसा कि परिवार का दावा है? या फिर यह एक सुनियोजित साजिश थी? पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में जोड़ा 21 मई को शिलांग के एक होटल में चेक-इन करते दिखा, जो जांच का नया सुराग है। गोविंद ने बताया कि राजा ने मरने से पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था, जिसका लोकेशन वही था जहां उनका शव मिला।