
जाम से बचने का तरीका Image Credit source: Getty Images
गुरुग्राम में रोज़ाना दफ्तर आने-जाने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक एक ऐसा सिरदर्द है, जिससे बच पाना लगभग नामुमकिन लगता है. घंटों तक गाड़ियों की कतार में फंसे रहना, हॉर्न और धुएं के बीच धीरे-धीरे आगे बढ़ना यह दिन की शुरुआत में ही थकान का ऐसा बोझ डाल देता है, जिसे उतारना आसान नहीं. हाल ही में लिंक्डइन पर एक पोस्ट ने इसी मसले को बेहद सटीक तरीके से सामने रखा और लाखों प्रोफेशनल्स को अपने अनुभव से जोड़ दिया.
यह पोस्ट लिखा है तनमय जैन ने, जो गुरुग्राम में एक ई-कॉमर्स इनएबलमेंट कंपनी में काम करते हैं. तनमय ने अपनी बात की शुरुआत बड़े ही दिलचस्प अंदाज में की. उन्होंने लिखा कि मुझे ऑफिस से जल्दी निकलना बिल्कुल पसंद नहीं है. अब आमतौर पर जब कोई ऐसा कहता है, तो हम सोचते हैं कि शायद उसके ऊपर काम का दबाव है या फिर दफ्तर का माहौल सही नहीं. लेकिन तनमय का कारण बिल्कुल अलग था. उन्होंने बताया कि उन्हें देर से ऑफिस से निकलना इसलिए अच्छा लगता है, क्योंकि इससे वे गुरुग्राम के भयंकर रश-ऑवर ट्रैफिक से बच जाते हैं.
अगर वे जल्दी निकलें, तो ट्रैफिक में फंसकर एक-डेढ़ घंटे की ऊर्जा यूं ही बर्बाद हो जाती है. लेकिन जब वे थोड़ा देर से ऑफिस पहुंचते हैं और देर से लौटते हैं, तो रास्ता अपेक्षाकृत खाली रहता है और सफर आसान हो जाता है. तनमय लिखते हैं कि इस शेड्यूल का सबसे बड़ा फायदा उन्हें सुबह के वक्त मिलता है. जब उन्हें ऑफिस जल्दी नहीं जाना होता, तो सुबह उनका पूरा समय उनके पास होता है. कभी किताब पढ़ लेते हैं, कभी व्यायाम कर लेते हैं या फिर बस टहलने निकल जाते हैं. दिन की शुरुआत खुद के लिए कुछ समय निकालकर करना उन्हें बेहद सुकून देता है. उनके अनुसार, यह समय उन्हें पूरे दिन के लिए एनर्जी और फोकस देता है.
थक जाता है बंदा
अपनी पोस्ट में तनमय ने एक और महत्वपूर्ण बात जोड़ी. उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता मनोवैज्ञानिक डैनियल काह्नमैन का हवाला देते हुए लिखा कि हमारी सोचने-समझने की क्षमता छोटी-छोटी थकानों से भी कमजोर पड़ जाती है. एक घंटे तक ट्रैफिक में बैठना वही थकान पैदा करता है, जो पूरे दिन की शुरुआत को बोझिल बना देता है. जब आप ऑफिस पहुंचते हैं, तो आपका दिमाग पहले से ही थका हुआ होता है और काम शुरू करने से पहले ही एनर्जी खत्म सी लगती है.
तनमय का कहना है कि अगर आपके पास अपने काम की टाइमिंग बदलने की सुविधा है, तो इसे जरूर आज़माइए. बस इतना ही कि ऑफिस आने-जाने का समय थोड़ा एडजस्ट करें और रश-ऑवर से बचें. उनके मुताबिक, यह शायद सबसे आसान और असरदार प्रोडक्टिविटी हैक है, जिस पर लोग अक्सर ध्यान ही नहीं देते.
यहां देखिए पोस्ट
इस पोस्ट ने हजारों लोगों का ध्यान खींचा. कई यूजर्स ने तनमय की बात से पूरी तरह सहमति जताई और अपने अनुभव साझा किए. किसी ने लिखा कि वे भी ट्रैफिक से बचने के लिए यही तरीका अपनाते हैं. एक यूजर ने मज़ाक में पूछा कि अगर देर से ऑफिस पहुंचते हैं, तो पार्किंग कैसे मिलती है? वहीं किसी और ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम फिक्स टाइम की बजाय फ्लेक्सिबल टाइमिंग को अपनाएं. पोस्ट पर आए कमेंट्स सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहे.