पूजा करते समय छींक’ आना शुभ”! या अशुभ? जानिए धार्मिक कार्यों पर क्या पड़ता है इसका असर

पूजा करते समय छींक’ आना शुभ”! या अशुभ? जानिए धार्मिक कार्यों पर क्या पड़ता है इसका असर

Puja Mein Chhink Aana Shubh-Ashubh Sanket: सामान्य रूप से छींक आना एक सामान्य सी बात है. सर्दी-जुकाम, धूल आदि से छींक आ सकती है. लेकिन जब शगुन अपशगुन की बात आती है तो छीक का महत्व बहुत बढ़ जाता है. ऐसी मान्यताओं है कि किसी भी शुभ कार्य से पहले छींक आए तो इसके कई संकेत हो सकते हैं. छींक का शुभ अशुभ संकेत हो सकता है.

पूजा के समय छींकना
शगुन शास्त्र के अनुसार अचानक आइ छींक कई बार शुभ संदेश भी लेकर आती है. कई बार पूजा करते हुए किसी को छींक आ जाती है, ऐसे में दिगाम में एक सोच घूमने लगती है कि आखिर पूजा के समय छींकना शुभ होता है या अशुभ होता है. आइए इस बारे में विस्तार से जानें.

मांगलिक कार्य के दौरान छींक
धार्मिक मान्यताओं की मानें तो किसी धार्मिक अनुष्‍ठान या घर की पूजा में या शुभ कार्यों के दौरान छींक आना अशुभ संकेत माना गया है. ऐसा होना बाधाओं के आने का अशुभ संकेत हो सकता है. ध्यान दें कि अगर पूजा करते हुए छींक आ जाए तो आगे कुछ करने से पहले थोड़ी देर रुके और जल से आचमन करें यानी पानी पीकर या कुल्ला करके फिर से पूजा को शुरू करें. इसी तरह अगर शुभ और मांगलिक कार्य के दौरान जैसे कि विवाह मंडप या पूजा स्थल पर छींक आ जाए तो ऐसा होना बहुत अशुभ माना जाता है. काम में रुकावट के संकेत की तरह देखा जाता है.

कब छींक का होता है शुभ संकेत

करियर में तरक्‍की का संकेत
अगर उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर छींक की आवाज ऐए तो इसतो सौभाग्य के रूप में देखना चाहिए. नए अवसरों हाथ लग सकते हैं और इससे करियर में तरक्‍की के रास्ते खुल सकते हैं.

समृद्धि का संकेत
वहीं अगर किसी व्यक्ति के छींकने की आवाज उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) से आए तो समझना चाहिए की जल्द ही धन लाभ हो सकता है. ऐसा होगा समृद्धि आने का संकेत है.

सकारात्मकता का संकेत
वहीं, अगर श्‍मशान घाट में कोई छींक दें, यानी ऐसी किसी जगह पर कोई व्यक्ति छींके जहां पर लोग दुख में डूबे हों और माहौल नकारात्मकता से भरा हो तो इसे शुभ संकेत और सकारात्मकता का संकेत समझा जाता है.