बुजुर्ग को देखˈ मुस्कुरा महिला ने लिया नंबर कमरे में बुलाया और फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू

Surat Honeytrap Case: सूरत के वराछा पुलिस ने हनीट्रैप मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक महिला भी शामिल है. बता दें कि आरोपियों ने 65 वर्षीय बुजुर्ग को प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया और 1.15 लाख…और पढ़ें

बुजुर्ग को देखˈ मुस्कुरा महिला ने लिया नंबर कमरे में बुलाया और फिर ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू

सूरत: आज कल के समय में हनीट्रैप जैसे मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. अब गुजरात से भी एक मामला सामने आया है. दरअसल, गुजरात के सूरत के वराछा पुलिस ने एक हनीट्रैप मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला भी शामिल है. इन आरोपियों की पहचान मनीषा, नीलेश गोस्वामी और गौतम के रूप में हुई है. इन तीनों पर एक बुजुर्ग व्यक्ति से 1.15 लाख रुपये की कीमती वस्तुएं और नकदी लूटने का आरोप है.

कैसे बुजुर्ग बना शिकार
बता दें कि यह मामला 30 दिसंबर को वराछा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में घटित हुआ. 65 वर्षीय बुजुर्ग अपनी कार चला रहे थे, तभी मनीषा ने उन्हें देखकर मुस्कुराया और उनसे मोबाइल नंबर लिया. इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई और मनीषा ने बुजुर्ग को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया.

बिल्डिंग में रचा गया षड्यंत्र
मनीषा ने बुजुर्ग को वराछा इलाके की वर्चा सोसायटी की एक इमारत में बुलाया और उन्हें तीसरी मंजिल पर ले गई. वहां उसने बुजुर्ग के साथ शारीरिक संबंध (Physical relationship) का नाटक किया. जैसे ही बुजुर्ग ने कपड़े उतारे, तभी दो पुरुष कमरे में घुस गए.

ब्लैकमेलिंग और लूटपाट
बता दें कि कमरे में घुसते ही दोनों आरोपियों ने बुजुर्ग का वीडियो बना लिया और उन्हें ब्लैकमेल करने लगे. आरोपियों ने बुजुर्ग को धमकी दी कि अगर उन्होंने पैसा नहीं दिया तो उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी जाएगी. धमकी से डरकर बुजुर्ग ने अपनी दो सोने की अंगूठियां और 1.15 लाख रुपये की नकदी सौंप दी.

पुलिस की कार्रवाई
बता दें कि बुजुर्ग ने यह घटना अपने एक दोस्त को बताई, जिसने उन्हें पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा. शिकायत दर्ज होने के बाद वराछा पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मनीषा, नीलेश गोस्वामी और गौतम को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस के मुखबिर पर भी सवाल
इस मामले में यह बात भी सामने आई है कि आरोपियों में से एक, नीलेश गोस्वामी, पुलिस का मुखबिर है. यह खुलासा मामले को और अधिक पेचीदा बना रहा है.

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