Solar System Maintenance: एक सोलर सिस्टम को इंस्टाल करने काफी सालो तक फ्री बिजली मिलती है। किंतु रेगुलर सोलर पैनलों का मेंटीनेंस न होने पर इनकी कैपेसिटी पर असर पड़ता है।

सोलर पैनल के डीग्रेड होने की जानकारी
वर्तमान दौर में काफी नागरिकों के पास बहुत से बिजली के सामान रहते हैं, जो भारी बिजली के बिलों का कारण बनते हैं। इस महंगे बिजली के बिल से बचने को लोग अपने घरों की छत में सोलर सिस्टम को इंस्टॉल कर सकते हैं। सोलर पैनलों के डिग्रेड करने में लगने वाले टाइम और इनके मेंटीनेंस करने की जानकारी यहाँ जानें।
सोलर पैनल का लाइफस्पेन

यदि आप अपने घर के बिजली के बिलों को जीरो करना चाहते हैं तो इसके लिए आप सोलर पैनलों को घर में लगा सकते हैं। सोलर पैनलों में फोटोवोल्टिक सेल से सूरज की रोशनी को बिजली में बदला जाता है। ऐसे में ग्रिड बिजली पर डिपेंड न रहते हुई आप अपनी पावर की जरूरत को सोलर पैनल से पूरा कर सकते हैं।
सोलर पैनल की पावर को अच्छे से यूज करने के लिए एक सोलर इन्वर्टर और बैटरी को जोड़ कर सिस्टम बनाया जाता है, अब सरकार भी सोलर पैनलों को लगाने में सब्सिडी देकर नागरिकों को प्रेरित कर रही है, केंद्र और राज्य सरकार अपने-अपने स्तर से नागरिकों को सोलर सिस्टम लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
सोलर सिस्टम मेंटेनेंस
सोलर पैनल पर किए जाने वाले निवेश को समझदारी का निवेश करते हैं, क्योंकि एक सोलर सिस्टम में लगी रकम को 4 से 5 सालो में ही बराबर कर सकते हैं। उसके बाद आने वाले सालों में फ्री बिजली का फायदा प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पैनल हर साल करीबन 0.5% की कमी से बिजली बनाते हैं। सोलर पैनल का रखरखाव सही से करने के बाद आप 25 साल के बाद 80% दक्षता के साथ बिजली बना सकते हैं।
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सर्विसिंग करवाने के खर्चे की जानकारी

जिन नागरिकों ने अपने यहां सोलर पैनलों को इंस्टॉल किया हो, या करने की प्लानिंग हो, तो ऐसे में सही से मेंटनेंस करना चाहिए, इन पैनलों का ठीक से रखरखाव न होने की दशा में ये थोड़े ही वर्षो में कम आउटपुट देने लगते हैं। इसी वजह से इन पैनलों को रेगुलर तरीके से क्लीन करना होता है। सोलर पैनल की एफिशिएंसी को कायम रखने के लिए सोलर पैनल की साफ-सफाई आवश्यक रूप से करनी चाहिए।
यदि आपने अपने सोलर पैनलों की सर्विस करनी हो, तो इस काम की कीमत की जानकारी पहले ही प्राप्त करें, इस काम में आप सोलर पैनलों को इंस्टॉल करने वाली कंपनी से संपर्क कर सकते हैं। सोलर पैनल की एफिशिएंसी और कैपेसिटी की चेकिंग में काफी टाइप के डिवाइस यूज होते हैं। चाहे तो सोलर पैनल को लगाते टाइम पर इसी कंपनी के सालाना मेंटीनेंस कॉन्ट्रैक्ट को ले सकते हैं। ऐसे में आपको कुछ अतिरिक्त चार्ज देना होता है।