Railway News: आइजोल की ट्रेन में बंपर बुकिंग, सैरांग से सभी ट्रेनें फुल बुक; यात्रियों को मिल रही वेटिंग!

Railway News: आइजोल की ट्रेन में बंपर बुकिंग, सैरांग से सभी ट्रेनें फुल बुक; यात्रियों को मिल रही वेटिंग!

आइजोल के सौरांग से दिल्ली के आनंद विहार तक चल रही ट्रेन.

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नार्थ ईस्ट के लिए नई रेल कनेक्टिविटी की शुरुआत की. इसके तहत मिजोरम के आइजोल को रेल के नक्शे से जोड़ा. पहली ट्रेन 13 सितंबर को आइजोल के सैरांग रेलवे स्टेशन से दिल्ली के आनंद विहार के लिए चली थी. उसके बाद से वहां पर रेलवे में पैसेंजर और माल ढुलाई दोनों को लोगों ने हाथों हाथ लिया है. रेलवे की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कई ट्रेनें ऐसी हैं, जिनमें पूरी क्षमता से अधिक यात्री सवार रहे हैं.

क्या कहते हैं आंकड़े?

ट्रेन संख्या 20507 (सैरांग-आनंद विहार टर्मिनल, दिल्ली) राजधानी एक्सप्रेस में 162.5% यात्रियों की संख्या दर्ज की गई, जबकि इसकी वापसी सेवा ट्रेन संख्या 20508 (आनंद विहार टर्मिनल, दिल्ली-सैरांग) राजधानी एक्सप्रेस ने 158.3% यात्रियों की संख्या दर्ज की. गुवाहाटी जाने वाली सेवाओं को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें ट्रेन संख्या 15609 (गुवाहाटी-सैरांग) एक्सप्रेस में 100.1% सीटें भरीं, जिसमें पूरी तरह से बुक स्लीपर क्लास भी शामिल है और ट्रेन संख्या 15610 (सैरांग-गुवाहाटी) एक्सप्रेस में लगभग 100% सीटें भरी रहीं.

नई शुरू की गई कोलकाता सेवाओं को भी बढ़िया पब्लिक रिस्पांस मिला है. ट्रेन संख्या 13126 (सैरांग-कोलकाता) एक्सप्रेस में लगभग 100% सीटें भरी रहीं, जबकि वापसी सेवा, ट्रेन संख्या 13125 (कोलकाता-सैरांग) एक्सप्रेस में 144.8% सीटें भरी गईं, जिसमें स्लीपर क्लास में लगभग 144% सीटें भरी रहीं.

क्या कहते हैं माल ढुलाई के आंकड़े?

माल ढुलाई के मोर्चे पर 30 सितंबर 2025 तक सैरांग स्टेशन पर कुल आठ रैक उतारे गए. पहला रैक 14 सितंबर को पहुंचा, जिसमें गुवाहाटी के पास तेतेलिया स्थित स्टार सीमेंट साइडिंग से 21 वैगन सीमेंट था. इसके बाद बैराबी से स्टोन चिप्स के तीन रैक, ऑटोमोबाइल का एक रैक, आरएमसी का एक रैक और रेत का एक रेक आया.

सैरांग से पहला पार्सल माल भी 19 सितंबर 2025 को बुक किया गया था, जिसमें एंथुरियम के फूल ट्रेन संख्या 20507 (सैरंग- आनंद विहार टर्मिनल, दिल्ली) राजधानी एक्सप्रेस के पार्सल वैन के माध्यम से आनंद विहार टर्मिनल पहुंचाए गए थे. नागालैंड का मोल्वोम स्टेशन भी सितंबर 2025 में माल ढुलाई परिचालन में शामिल हो गया. तेलंगाना से सीमेंट के 41 वैगनों वाला पहला आवक रैक 24 सितंबर को मोल्वोम में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया.

रेलवे संपर्क पूर्वोत्तर को लाभ पहुंच रहा

इसके बाद 29 सितंबर को पहला आवक रैक मोल्वोम से जिरानिया के लिए 42 वैगनों में स्टोन चिप्स लादकर लाया गया. यात्री और माल ढुलाई सेवाओं और दोनों की बढ़ती मांग दर्शाती है कि रेलवे संपर्क किस तरह पूर्वोत्तर में जीवन को बदल रहा है. सुविधा के अलावा ये नए संपर्क आर्थिक विकास, स्थानीय उत्पादों के लिए बेहतर बाजार पहुंच और व्यापार एवं रोजगार के नए अवसरों का वादा करते हैं.

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