
शनि-शुक्र प्रतियुति योग
Shani-Shukra Pratiyuti Yog Oct 2025: शनि देव कर्मफल दाता कहे जाते हैं. शनि देव व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं. ज्योतिश शास्त्र में शनि देव को एक महत्वपूर्ण ग्रह माना गया. शनि सबसे धीमा चलने वाले ग्रह हैं. शनि हर ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं. शनि का राशि परिवर्तन करना ज्योतिष शास्त्र में एक बहुत ही बड़ी घटना मानी जाती है. फिलहाल शनि मीन राशि में हैं और यहां व्रकी अवस्था में गोचर कर रहे हैं.
शनि जब अन्य ग्रहों के साथ युति बनाते हैं, तो विशेष योग बनते हैं. इसी क्रम में करवा चौथ के बाद 11 अक्टूबर को शनि शुक्र के साथ मिलकर प्रतियुति योग बनाने वाले हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 11 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 38 मिनट पर शनि-शुक्र एक दूसरे से 180 डिग्री पर होंगे, तब इस प्रतियुति योग का निर्माण होगा. यह एक विशेष योग है, जिससे शुभ फलदायक स्थिति बन रही है.
कैनसी हैं तीन राशिया?
इसका असर तीन राशियों के जातकों पर बहुत ही शुभ रूप में दिख सकता है. इन तीन राशियों के जातकों पर शनि-शुक्र प्रतियुति योग का बेहद सकारात्मक असर हो सकता है. इस दौरान इन राशियों के जातकों को विशेष लाभ हो सकता है, तो आइए जानते हैं कि ये तीन राशियां कौनसी हैं?
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शनि-शुक्र का प्रतियुति योग कई मायनों में विशेष हो सकता है. इस दौरान लंबे समय से रुके हुए काम बन सकते हैं. मेहनत करने पर सफलता मिल सकती है. सेहत अच्छी रहने वाली है. अविवाहित जातकों के लिए विवाह के रिश्ते आ सकते हैं.
मकर राशि
शनि-शुक्र का प्रतियुति योग मकर राशि के जातकों के लिए शुभ रह सकता है. इस दौरान जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं. करियर के क्षेत्र में नए मौके प्राप्त हो सकते हैं, जिससे प्रमोशन के योग बन सकते हैं. वहीं व्यापार में भी लाभ की संभावना है. आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है.
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शनि-शुक्र का प्रतियुति योग बहुत लाभ देने वाला साबित हो सकता है. इस दौरान आत्मविश्वास बढ़ सकता है. समाज में मान-सम्मान मिल सकता है. कार्य क्षेत्र में मेहनत और क्षमता की तारीफ हो सकती है.
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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र के नियमों पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.