
डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी
हमास और इजराइल के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष को रोक दिया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा शांति प्रस्ताव को हमास ने स्वीकार कर लिया है. डोनाल्ड ट्रंप के इसी शांति प्रयास को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा शांति के प्रयासों का समर्थन करता रहेगा.
दरअसल, हमास और इजराइल के बीच गाजा पट्टी को लेकर कई सालों से संघर्ष चल रहा है. इसी संघर्ष को खत्म करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप गाजा शांति प्रस्ताव की योजना लेकर आए. इस प्रस्ताव के कुछ तत्वों को हमास ने स्वीकार कर लिया है, जिसमें सत्ता छोड़ना और बंधकों को रिहा करना भी शामिल है.
मोदी ने ट्रंप की तारीफ की
प्रधानमंत्री मोदी ने हमास और इजराइल के बीच शांति प्रयासों को लेकर ट्रंप के नेतृत्व की सराहना की. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि हम गाजा में शांति प्रयासों के निर्णायक प्रगति के रूप में राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि हमास द्वारा बंधकों की रिहाई के संकेत एक महत्वपूर्ण कदम हैं. भारत हमेशा स्थायी और न्यायपूर्ण शांति के प्रयासों का समर्थन करेगा.
यहां देखें पोस्ट:
We welcome President Trumps leadership as peace efforts in Gaza make decisive progress. Indications of the release of hostages mark a significant step forward.
India will continue to strongly support all efforts towards a durable and just peace.@realDonaldTrump @POTUS
— Narendra Modi (@narendramodi) October 4, 2025
सभी बंधकों को किया जाएगा रिहा
हमास ने ट्रंप की योजना के कुछ तत्व स्वीकार करते हुए सत्ता छोड़ना और सभी बंधकों को रिहा करने की मांग को स्वीकार कर लिया है, लेकिन हमास ने मांग की कि इसके बदले में सैंकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया जाए. इससे पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि अगर हमास बचे हुए शेष बंधकों को रिहा कर देगा और सत्ता छोड़ देगा, तो इसके बदले में इजराइल अपना आक्रमण रोक देगा और सभी फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर देगा.
इजराइल को रोकनी होगी बमबारी
हमास ने ट्रंप के शांति प्रयास को स्वीकार कर लिया है, लेकिन हमास ने कहा कि उन्हें इसको लेकर एक बार फिलिस्तीनियों से भी चर्चा करनी है. ट्रंप ने हमास के फैसले का स्वागत करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि इजराइल को गाजा में बमबारी तुरंत रोकनी होगी ताकि बंधकों को सुरक्षित और जल्द से जल्द रिहा कराया जा सके.