
कहानी है उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में रहने वाले कुलदीप कुमार की, जो अब आरिफ बन चुका है। अपनी मोहब्बत को पाने के लिए, हिंदू धर्म छोड़कर उसने मुस्लिम धर्म के सारे रीति-रिवाज अपना लिए। अपने हाथ से ओम का टैटू मिटवाकर, खत्ना भी करा लिया। लेकिन, इसके बावजूद उसकी मोहब्बत को उससे दूर कर दिया गया। बेबस कुलदीप उर्फ आरिफ ने अब पुलिस में मामला दर्द कराया है।
फतेहपुर के आबूनगर मोहल्ले में रहने वाले कुलदीप कुमार की मुलाकात कुछ साल पहले अल्फिया से हुई। दोनों की नजरें मिलीं और एक-दूसरे को पसंद कर लिया। वक्त बीतने लगा, मुलाकातों का सिलसिला आगे बढ़ा और दोनों ने फैसला कर लिया कि अब आगे की जिंदगी एक-दूसरे के साथ ही गुजारेंगे। लेकिन, मुश्किल ये थी कि कुलदीप हिंदू था और अल्फिया मुस्लिम।
परिवार की मर्जी के खिलाफ लव मैरिज
परिवार वालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। लेकिन, कुलदीप और अल्फिया अब अपने कदम पीछे हटाने वाले नहीं थे। 6 अप्रैल 2023 को कुलदीप ने अल्फिया से लव मैरिज कर ली। शादी के बाद उसने परिवार से दूर मूसेपुर इलाके में अपना आशियाना बसा लिया। दोनों एक-दूसरे के साथ खुश थे। लग रहा था कि अब सबकुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं था।
शादी के बाद धर्मांतरण का दबाव
इस शादी को कुछ ही दिन बीते होंगे कि अल्फिया की मां फरीदा और उसके भाई सूफियान ने उसे फोन कर भड़काना शुरू कर दिया। वे उसके ऊपर दबाव बनाने लगे कि वह कुलदीप को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करे। शुरुआत में उसने इस बात को अनदेखा किया, लेकिन जब कुलदीप को इस बारे में पता चला तो अपने प्यार की खातिर वह धर्म बदलने को तैयार हो गया।
टैटू हटवाया, खतना करवाया, बना आरिफ
उसने अपने दाहिने हाथ पर बना ओम का टैटू मिटवा लिया। कुछ दिन तक कुलदीप के ससुराल वाले शांत रहे, लेकिन उन्होंने एक बार फिर अल्फिया को भड़काना शुरू किया। उन्होंने उससे अपने शौहर का खतना कराने के लिए कहा। कुलदीप यहां भी अपनी मोहब्बत के आगे झुक गया और साल भर पहले खतना कराकर पूरी तरह से धर्मांतरण कर लिया। उसने अपना नाम भी बदलकर आरिफ रख लिया।
अल्फिया और बच्चे को अपने साथ ले गए
इसी बीच अल्फिया प्रेग्नेंट हो गई। 2 अप्रैल 2025 को अल्फिया ने इलाके के ज्वालागंज नर्सिंगहोम में एक बच्चे को जन्म दिया। कुलदीप और अल्फिया खुश थे कि सबकुछ ठीक है और अब परिवार आगे बढ़ेगा। लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 22 अप्रैल को अल्फिया का भाई और मां बच्चे से मिलने के बहाने आए और उसे भड़काकर, अपने साथ लेकर चले गए।
मुस्लिम धर्म न अपनाने पर जान की धमकी
कुलदीप को पता चला तो पीछे-पीछे वह भी अपने बीवी-बच्चे को लेने पहुंचा लेकिन ससुराल के लोगों ने अल्फिया को भेजने से साफ-साफ मना कर दिया। कुलदीप का आरोप है कि उसकी बीवी की मां फरीदा, भाई सूफियान, साढ़ू पप्पू, तुर्की और वारिस ने उसे अपने परिवार से मिलने से रोक दिया। उसने बताया कि इन लोगों ने उसे पूरी तरह से मुस्लिम धर्म न अपनाने पर जान से मारने की धमकी दी है।
ससुराल के लोगों के खिलाफ दी तहरीर
हताश कुलदीप ने अब पुलिस का दरवाजा खटखटाया है। अपनी ससुराल के पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर देते हुए कुलदीप ने कहा है कि वह एक साल पहले ही धर्मांतरण कर कुलदीप से आरिफ बन चुका है। इसके बावजूद उसकी ससुराल के लोग उसे अपनी बीवी-बच्चों से दूर कर रहे हैं। पुलिस ने मामले में जांच के बाद कानून के मुताबिक कार्यवाही करने का भरोसा दिया है।