
ये वीडियो देख आप हो जाएंगे इमोशनल
शहर की व्यस्त गलियों और सड़कों पर चलते हुए अक्सर हमारी नजर उन लोगों पर पड़ जाती है, जो दिन-रात मेहनत करके अपना और अपने परिवार का पेट भरने की कोशिश करते हैं. ठेली लगाना हो, सड़क किनारे छोटे-मोटे सामान बेचना हो या फिर मेहनत-मजदूरी, ऐसे लोगों की ज़िंदगी हमेशा संघर्ष से भरी रहती है. खासकर बुजुर्गों के लिए ये और भी मुश्किल हो जाता है. जब शरीर को आराम की ज़रूरत होती है, तब हालात उन्हें मजबूर कर देते हैं कि वे दर्द और थकान के बावजूद सुबह-सुबह रोज़गार की तलाश में निकल पड़ें.
इनकी हालत देखकर किसी का भी दिल पसीज जाए. पुराने कपड़े, कंधों पर जिम्मेदारियों का बोझ और पेट की भूख—यही इनके साथी बन जाते हैं. हर सुबह वे इस उम्मीद में उठते हैं कि शायद आज कुछ ज्यादा कमाई हो जाए, ताकि घर में रोटी बन सके.
इंसानियत अभी भी जिंदा है
ऐसा ही एक भावुक कर देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों का दिल जीत रहा है. इस वीडियो में एक बुजुर्ग दादी दिखाई देती हैं, जो सड़क किनारे दो वजन मापने वाली मशीनों के साथ बैठी हैं. बारिश हो रही है और चारों तरफ गीली ज़मीन है. दादी छाते के नीचे बैठी बड़ी उम्मीद से राह देख रही हैं कि कोई आए और उनकी मशीन पर वजन नाप ले. शायद यही उनकी कमाई का एकमात्र जरिया है.
लंबे इंतजार के बाद जब कोई ग्राहक नहीं आता, तो उनके चेहरे पर निराशा साफ दिखने लगती है. वे उदासी में सिर झुकाए बैठी रहती हैं. तभी अचानक एक शख्स उनकी तरफ बढ़ता है और उनकी मशीन पर अपना वजन नापने लगता है. इस पल दादी के चेहरे पर जैसे रोशनी लौट आती है. उनकी आंखों में उम्मीद चमकने लगती है कि चलो, आज कुछ पैसे तो मिलेंगे.
ग्राहक बना फरिश्ता
जब वह शख्स उनसे पूछता है कि वजन नापने का कितना पैसा देना होगा, तो दादी धीरे से कहती हैं कि पांच रुपये. लेकिन दादी को कहां पता था कि यह इंसान केवल ग्राहक बनकर नहीं आया है, बल्कि उनके लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं है.
वह शख्स उन्हें कुछ नोट पकड़ाते हुए कहता है कि इसे रख लीजिए. पहले तो दादी चौंक जाती हैं, फिर संकोच में नोट ले लेती हैं और हाथ जोड़कर धन्यवाद करती हैं. उनकी आंखों में कृतज्ञता झलकती है. इसके बाद वह शख्स उन्हें एक साड़ी भी भेंट करता है. इतना ही नहीं, ताकि यह महसूस न हो कि वह सिर्फ दया दिखा रहा है, वह उनके पास बैठकर चाय भी पीता है. यह छोटा-सा इशारा दादी के लिए बेहद बड़ा तोहफा बन जाता है.
वीडियो के अंत में वह शख्स दादी को प्यार से गले लगाता है और माथे पर चूमकर विदा लेता है. दादी भी भरपूर आशीर्वाद देती हैं. यह दृश्य इतना सच्चा और भावुक है कि जिसे देख कोई भी इंसान अपनी भावनाएं रोक नहीं पाएगा.
इंस्टा पर किया शेयर
यह वीडियो इंस्टाग्राम पर @iamhussainmansuri नाम के अकाउंट से साझा किया गया है और लोग इसे बेहद पसंद कर रहे हैं. अब तक इसे तीन मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है और लगातार इस पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. लोग लिख रहे हैं कि इंसानियत अभी जिंदा है, बस ज़रूरत है एक-दूसरे की मदद करने की.
यहां देखिए वीडियो
असल में, यह वीडियो सिर्फ एक बुजुर्ग महिला की कहानी नहीं है, बल्कि हमारे समाज की हकीकत भी दिखाता है. कितने ही लोग हैं जो मजबूरी में उम्र ढल जाने के बावजूद रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. और वहीं, कुछ ऐसे भी इंसान हैं जो आगे बढ़कर उनकी मदद करके यह साबित कर देते हैं कि दया और करुणा आज भी इंसान के दिलों में जिंदा है.