
अगर आपकी कुंडली में बार-बार ग्रह दोष आ रहे हैं, शुभ कार्यों में अड़चनें आ रही हैं या अचानक जीवन में परेशानियां बढ़ गई हैं, तो इसका कारण नवग्रहों का अशुभ प्रभाव हो सकता है। शास्त्रों में कहा गया है कि गाय को विशेष अर्पण करने से ग्रह शांत होते हैं और जीवन में उन्नति का मार्ग खुलता है। गाय के प्रति किया गया यह सेवा-भाव न केवल पुण्य देता है बल्कि ग्रहों के दोष भी दूर करता है।
गाय को 33 कोटि देवताओं का निवास स्थान माना गया है, इसलिए उसे अर्पित की गई वस्तुएं सीधे देवताओं और ग्रहों तक ऊर्जा पहुँचाती हैं।
9 ग्रह और उनके लिए अर्पण की जाने वाली वस्तुएं
- सूर्य (Sun) – आत्मबल और नेतृत्व का कारक
- गाय को गुड़ खिलाएं
- सूर्य को तेज और मधुरता प्रदान करता है
- चंद्रमा (Moon) – मन और भावनाओं का स्वामी
- गाय को चावल खिलाएं (विशेषकर पूर्णिमा को)
- मानसिक तनाव कम होता है, शांति मिलती है
- मंगल (Mars) – ऊर्जा और साहस का ग्रह
- मसूर की दाल, रोटी और गुड़ का मिश्रण दें
- रक्त और क्रोध से जुड़े दोष शांत होते हैं
- बुध (Mercury) – बुद्धि और व्यापार का ग्रह
- हरा चारा या हरा पालक खिलाएं
- स्मृति, वाणी और निर्णय क्षमता सुधरती है
- बृहस्पति (Jupiter) – ज्ञान और धर्म का प्रतिनिधि
- चना दाल और घी लगी रोटी दें
- आध्यात्मिक उन्नति और संतान सुख प्राप्त होता है
- शनि (Saturn) – कर्म और न्याय का ग्रह
- सरसों के तेल में चुपड़ी रोटी खिलाएं
- बाधाएं, कष्ट और नौकरी-स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम होती हैं
- राहु (Rahu) – भ्रम और मानसिक उलझनों का कारक
- सफेद तिल और रोटी दें
- नकारात्मकता और भय कम होता है
- केतु (Ketu) – मोक्ष और अध्यात्म का ग्रह
- उबली मूंग की दाल खिलाएं
- छाया ग्रहों के अशुभ प्रभाव से रक्षा करता है
गाय को अर्पित करते समय ध्यान रखें
- प्रेम और श्रद्धा से वस्तु अर्पित करें।
- रोटी या अन्न ताजे और सात्विक हों।
- सप्ताह में 1–2 बार नियमित रूप से यह उपाय करें।
- सोमवार, गुरुवार और शनिवार को यह उपाय विशेष फलदायी होता है।