न गर्भवती पत्नी पर रहम आया न गर्भस्थ शिशु को मारते हुए हाथ कांपे, सामने आई हत्या की वजह

न गर्भवती पत्नी पर रहम आया न गर्भस्थ शिशु को मारते हुए हाथ कांपे, सामने आई हत्या की वजह

सपना ने आंखें बंद की थीं क्योंकि पति दोनों हाथ कमर के पीछे किए सामने खड़ा था। अचानक पति ने मुस्कराकर कहा, आंखें बंद करो अपने हाथ से गले में लॉकेट पहनाऊंगा। वह सात महीने की गर्भवती थी। एक मां बनने की दहलीज पर खड़ी लेकिन उसे शायद ही इस बात का अंदाजा हो कि अगले ही पल उसकी कोख चीर दी जाएगी। जिस पति ने शादी के दिन उसे सात जन्म साथ देने का वादा किया था उस पति को न पत्नी को मारते हुए रहम आया और न ही गर्भस्थ शिशु की जाने लेते हुए उसके हाथ कांपे।

ये सिर्फ एक हत्या नहीं थी। ये एक भरोसे की, एक अजन्मे बच्चे की, एक पूरे सपने की हत्या थी। जिस घर में ममता की आहट थी, जहां किलकारियां गूंजनी थीं वहां चीखें गूंजीं। फिलहाल आरोपी पति को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। वहीं इस हत्या की वजह भी सामने आई है।

मेरठ के गंगानगर के अम्हेड़ा गांव में पत्नी सपना (26) की चाकू व ब्लेड से हमला कर हत्या करने के आरोपी रविशंकर को जेल भेज दिया गया। भाई सोनू की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पति रविशंकर, ससुर विशंबर, सास विमला, नंद रजनी व रचना के खिलाफ हत्या व दहेज हत्या का केस दर्ज कर दिया है। पुलिस अन्य आरोपियों की संलिप्ता की जांच करते हुए उन्हें तलाश रही है।

आरोपी ने गले में लॉकेट पहनाने के बहाने आंखें बंद कराकर सात महीने की गर्भवती पर ताबड़तोड़ 20 वार किए थे। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो गई थी। आरोपी ने खुद कॉल कर पुलिस को सूचना दी थी।

लिसाड़ीगेट क्षेत्र के जाटवगेट निवासी सपना माता-पिता की मौत के बाद अम्हेड़ा गांव में अपनी बहन ममता और जीजा मुन्ना के साथ रहती थी। इसी वर्ष 23 जनवरी को सपना की शादी बहन और जीजा ने भावनपुर क्षेत्र के किनानगर निवासी रविशंकर से कराई थी। रविशंकर की गांव में ही किराना की दुकान है।

पांच दिन पूर्व ही सपना बहन के घर आई थी। रविशंकर ने शनिवार सुबह पत्नी को फोन कर बुरा सपना देखने और मिलने की बात की थी। इसके बाद सुबह साढ़े 11 बजे रविशंकर अम्हेड़ा पहुंचा था। इस दौरान मुन्ना काम पर गया हुआ था और उसके बच्चे स्कूल गए हुए थे। ममता घर के बाहर कुछ काम कर रही थी।

इसी बीच रविशंकर ने घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद कर दिया और पत्नी को लेकर मकान की पहली मंजिल पर चला गया। गले में लॉकेट पहनाने के बहाने आरोपी ने सपना की आंखें बंद कराई और चाकू व ब्लेड से उस पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी थी। चीख-पुकार सुनकर उसकी बहन व आसपास के लोग मौके पर दौड़े। दरवाजा बंद होने की वजह से लोग घर के अंदर नहीं जा सके, लेकिन वहां भीड़ जमा हो गई थी।

आरोपी के कॉल करने पर पहुंची पुलिस ने आवाज लगाकर दरवाजा खुलवाया। तब तक सपना की मौत हो चुकी थी। मौजूद लोगों ने आरोपी से हाथापाई का प्रयास किया। पुलिस आरोपी को भीड़ से बचाकर थाने ले आई थी।

सात माह की गर्भवती थी सपना
सीओ सदर देहात शिवप्रताप सिंह ने बताया कि सपना ससुराल से पांच दिन पहले बहन के घर आई थी। आरोपी ने पत्नी पर शक होने पर वारदात को अंजाम दिया है। पूछताछ में रविशंकर ने बताया कि उसने सपना से कहा अपनी आंखें बंद करो मैं तुम्हारे लॉकेट लाया हूं अपने हाथों से गले में पहनाऊंगा। सपना ने आंखें बंद की मैंने उसका गला रेत दिया। सीओ शिवप्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *