
साल 2024 निवेशकों के लिए गुलजार रहा. इस साल लगभग 90 कंपनियों ने IPO के जरिए बाजार में दस्तक दिया. ऐसा लग रहा है कि साल 2025 भी निवेशकों के लिए गुलजार रहने की संभावना है. इसकी शुरुआत नेलसॉफ्ट लिमिटेड ने कर दी है. नेलसॉफ्ट लिमिटेड अपने IPO के लिए सेबी के पास अपने आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल कर दिया है.
यह कंपनी टोक्यो स्थित फुजीता कॉर्पोरेशन द्वारा समर्थित एक इंजीनियरिंग सर्विस और सॉल्यूशन (ER&D) कंपनी है. कंपनी का उद्देश्य ₹100 करोड़ तक की ताजा शेयर जारी करके और ₹80 लाख तक के शेयरों की बिक्री (OFS) के जरिए फंड जुटाने का इरादा है. नेलसॉफ्ट आईपीओ में OFS हिस्से में प्रमोटरों और अन्य शेयरधारकों द्वारा शेयर बेचे जाएंगे.
यह हिस्से कुछ इस प्रकार है:
- रुपा शाह और हरीश कुमार शाह द्वारा 11,45,384 शेयर
- नेट सोफी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 12,55,784 शेयर
- निशित शाह और रूपा शाह द्वारा 1,47,764 शेयर
- हरीश कुमार शाह और रुपा शाह द्वारा 41,376 शेयर
- स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) द्वारा 24,40,884 शेयर
- सिकोम लिमिटेड द्वारा 18,54,808 शेयर
कंपनी का लेखा जोखा
ताजा जारी किए गए शेयरों से प्राप्त रकम का इस्तेमाल ₹69.63 करोड़ के पूंजीगत खर्च और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. नेलसॉफ्ट IPO में 75% हिस्सेदारी संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए आवंटित की जाएगी. वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) को कम से कम 15% और खुदरा निवेशकों को 10% शेयर आवंटित किए जाएंगे. नेलसॉफ्ट की स्थापना 1991 में हुई थी. उसने 1992 में अपनी सेवाएं शुरू की थी.
यह कंपनी कस्टमाइज्ड इंजीनियरिंग सेवाएं प्रदान करती है. वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी की आय ₹291.03 करोड़ से बढ़कर ₹325.85 करोड़ हो गई. 2023-24 में उसकी टैक्स के बाद लाभ (PAT) ₹46.64 करोड़ से बढ़कर ₹57.85 करोड़ हो गया. 2024 की पहली तिमाही में कंपनी का राजस्व ₹88.24 करोड़ था. टैक्स के बाद लाभ ₹14.09 करोड़ था.