
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने सोमवार को एनसीसी शिविर में युवाओं के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने युवाओं को एबीसीडी मंत्र दिया. उन्होंने कहा कि ये चार मंत्र अपने जीवन में आत्मसात करें, जिसे मैंने खुद अप्लाई किया है. मैं उन्हें जीवन की एबीसीडी कहता हूं. इस दौरान उन्होंने बच्चों को स्वामी विवेकानंद के भी कई उदाहरण दिए, साथ ही कहा कि देश के युवाओं से काफी उम्मीदें हैं.
एडमिरल त्रिपाठी ने अपने एबीसीडी मंत्र का मतलब बताते हुए कहा कि ए का मतलब एटीट्यूड और ऐप्टिटूड (रवैया और योग्यता) है. इसलिए, जीवन में हमेशा पॉजिटिव रवैया रखें और नेगेटिव रवैये के लिए किसी तरह की कोई जगह ही न दें. उन्होंने कहा कि आपके पास कभी हार न मानने का जज्बा होना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि ‘बी’ का मतलब ‘खुद पर विश्वास’ है. इसलिए, अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें ताकि आप जीवन में कुछ भी हासिल कर सकें. आगे कहा कि अपनी वर्तमान स्थिति, अपने माता-पिता या अभिभावकों की सामाजिक और वित्तीय स्थिति से बंधे न रहें, अपनी कड़ी मेहनत पर विश्वास रखें.
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क्या है सी का मतलब?
एडमिरल ने कहा कि सी का अर्थ ‘ कैरेक्टर एंड कमिटमेंट (चरित्र और प्रतिबद्धता) है, क्योंकि ‘चरित्र तब सामने आता है. जब आप ऐसे समय में कुछ करते हैं और कोई देख नहीं रहा होता, जैसे आप अपनी टीम और अपने अधीनस्थों के साथ क्या करते हैं, आप अपने साथियों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं, आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ कैसे व्यवहार करते हैं जो आपके लिए कुछ नहीं कर सकता.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि प्रतिबद्धता के लिए बहुत सारे त्याग की आवश्यकता होती है और आप जिस चीज के लिए प्रतिबद्ध हैं उस पर ध्यान केंद्रित रखना होता है.
डी का मतलब डिसिप्लिन
एडमिरल त्रिपाठी के जीवन की ‘एबीसीडी’ के अनुसार, डी का मतलब डिसिप्लिन यानी (अनुशासन) है. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति में कितना आत्म-अनुशासन और दृढ़ दृष्टिकोण है, यह जीवन में उसके परिणाम को निर्धारित करेगा.
उन्होंने युवाओं से आत्म-अनुशासन का अभ्यास करने, अति आवश्यक और महत्वपूर्ण के बीच अंतर करने, केंद्रित रहने और अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन दोनों में बलिदान देने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया.