नवरात्रि 2025: आदिशक्ति मां दुर्गा के 7 शक्तिशाली मंत्र, ये जीवन से मिटाते हैं हर बाधा

नवरात्रि 2025: आदिशक्ति मां दुर्गा के 7 शक्तिशाली मंत्र, ये जीवन से मिटाते हैं हर बाधा

मां दुर्गा के 7 शक्तिशाली मंत्र

Navratri 2025: हिंदू धर्म में मां दुर्गा को जगत जननी, आदिशक्ति और शक्ति स्वरूपिणी कहा गया है. मान्यता है कि जब-जब धरती पर अधर्म का बढ़ाव होता है, तब-तब मां दुर्गा अपने भक्तों की रक्षा के लिए विभिन्न रूपों में अवतरित होती हैं. पुराणों और शास्त्रों में वर्णन है कि उनके मंत्रों का जाप करने से साधक को भय, दुख और संकटों से मुक्ति मिलती है. नवरात्रि और शक्ति उपासना के अवसर पर दुर्गा मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी माना जाता है। यह न सिर्फ आध्यात्मिक ऊर्जा जगाता है, बल्कि घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि भी लाता है.

दुर्गा के 7 शक्तिशाली मंत्र और उनके लाभ

  1. ॐ दुं दुर्गायै नमः

यह सबसे सरल और प्रभावी मंत्र माना गया है. इसका जाप करने से भय, तनाव और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है. संकट के समय इस मंत्र का स्मरण करने से आत्मबल बढ़ता है.

  1. सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोऽस्तुते॥

यह श्लोक देवी की शरण में जाने का प्रतीक है.इसे पढ़ने से जीवन में मंगल कार्य बढ़ते हैं और रोग-दोष से रक्षा होती है.

  1. या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

यह मंत्र देवी के सर्वव्यापक रूप का स्मरण कराता है. इसका जाप करने से आत्मविश्वास और सकारात्मकता आती है और साधक को भीतर से शक्ति मिलती है.

  1. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे

यह चंडी मंत्र है, जिसे अत्यंत शक्तिशाली माना गया है. इसका जाप करने से शत्रु बाधाएं दूर होती हैं और तांत्रिक प्रभाव खत्म हो जाते हैं.

  1. ॐ ह्रीं दुर्गायै नमः

यह मंत्र साधक को मानसिक शांति और शक्ति प्रदान करता है. साथ ही यह सौभाग्य और सफलता लाने वाला माना जाता है.

  1. ॐ श्रीं दुर्गायै नमः

मां दुर्गा को लक्ष्मी स्वरूपा भी कहा गया है.इस मंत्र का जाप करने से धन, वैभव और समृद्धि की प्राप्ति होती है.

  1. ॐ कात्यायन्यै विद्महे कन्यकुमार्य धीमहि। तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्॥

यह दुर्गा गायत्री मंत्र है. इसे जपने से साधक को बल, बुद्धि और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है.

मंत्र जाप के लाभ

संकटमोचक शक्ति- इन मंत्रों से जीवन की बाधाएं और कष्ट दूर होते हैं.

सकारात्मक ऊर्जा का संचार- घर-परिवार में शांति, सुख और आनंद का वातावरण बनता है.

धन-वैभव की प्राप्ति- मां दुर्गा के मंत्र समृद्धि और सौभाग्य लाते हैं.

आध्यात्मिक उन्नति- साधक को भीतर से दृढ़ बनाते हैं और ईश्वर से गहरा जुड़ाव कराते हैं.

कब और कैसे करें मंत्र जाप

सुबह स्नान के बाद शुद्ध आसन पर बैठकर कम से कम 108 बार इन मंत्रों का जप करना शुभ माना जाता है. नवरात्रि, अष्टमी, नवमी और शुक्रवार को यह मंत्र जाप विशेष रूप से लाभकारी होता है.श्रद्धा और विश्वास के साथ मां दुर्गा के इन 7 मंत्रों का जाप करने वाला साधक कभी अकेला नहीं रहता. मां की कृपा से उसका जीवन हर बाधा से मुक्त होकर सफलता, सुख और समृद्धि से भर जाता है.