
जबलपुर में ड्रग और औषधि विभाग की बड़ी कार्रवाई.
मध्य प्रदेश के जबलपुर में ड्रग और औषधि विभाग ने श्री सन फार्मा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. इसके सभी प्रोडक्ट को जब्त किया है. जबलपुर शहर के आधा दर्जन शॉप और गोडाउन से 15 से ज्यादा प्रोडक्ट को किया जब्त किया है. जब्त कर दवाइयों के सैंपल को जांच के लिए भेजा जाएगा है. जानलेवा कफ सिरप बनाने वाली श्री सन फार्मा की अन्य दवाइयां भी सवालों के घेरे में हैं.
सरकार द्वारा श्री सन फार्मा के सभी प्रोडक्ट पर रोक लगाई गई है. छिंदवाड़ा में मासूम बच्चों की मौत के बाद सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है. इसी कड़ी में बुधवार को ड्रग इंस्पेक्टर के साथ ड्रग और औषधि विभाग की टीम कटारिया फार्मा के ऑफिस पहुंची. जबलपुर का कटारिया फार्मास्यूटिकल्स श्री सन फार्मा का डिस्ट्रीब्यूटर है. श्री सन फार्मा कंपनी द्वारा सप्लाई की गई सभी दवाओं की जांच की गई.
अन्य दवाओं में भी गड़बड़ी की आशंका
कोल्ड्रिफ सिरप भी चेन्नई की श्री सन फार्मा कंपनी द्वारा ही बनाया गया था. औषधि विभाग के अनुसार श्री सन फार्मा द्वारा बनाई गई अन्य दवाओं में भी गड़बड़ी की आशंका है. करीब 50 से ज्यादा दवाओं की सूची लेकर औषधि विभाग की टीम यहां पहुंची. कटारिया फार्मास्यूटिकल्स द्वारा श्री सन फार्मा से खरीदी गई सभी दवाओं के स्टॉक की भी जांच की जा रही है.
अबतक 19 बच्चों की मौत
श्री सन फार्मा के सभी के कोल्ड्रिफ सिरप के पीने से अबतक 19 बच्चों की मौत हो चुकी है. अब भी नागपुर में 9 बच्चे जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं. उधर, मध्य प्रदेश में सिरप पीने से बच्चों की मौत के बाद अरुणाचल प्रदेश सरकार ने इस सिरप की बिक्री और उपयोग पर बैन लगा दिया है. एक अधिकारी ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश औषधि नियंत्रण ने एडवाइजरी जारी कर श्री सन फार्मास्युटिकल द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री, वितरण और भंडारण पर रोक लगाई है.
विक्रेताओं को निर्देश
अरुणाचल प्रदेश औषधि नियंत्रक ने कहा, मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित अन्य राज्यों में मौत के लिए कफ सिरप को जिम्मेदार ठहराने वाली खबरों और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक की ओर से कफ सिरप के तर्कसंगत उपयोग के लिए सामान्य परामर्श जारी करने के बाद यह बैन लगाया गया है. विक्रेताओं को निर्देश है कि दवा को सार्वजनिक उपभोग के लिए खरीदा, बेचा न जाए और न ही इसका भंडारण किया जाए.