
Silver Glass Upay In Hindi: किसी जातक की कुंडली में अगर राहु अशुभ प्रभाव देने लगता है तो जातक एक के बाद एक बड़ी परेशानियों में घिरता चला जाता है. जातक के जीवन में उथल-पुथल मच जाती है. बुद्धि भ्रष्ट होने लगती है. खराब राहु व्यक्ति से गलत फैसले करवाता है और आर्थिक नुकसान व मानसिक अशांति देता है. रिश्तों में गलतफहमियां, कटू वाणी, अनियंत्रण क्रोध स्वभाव का हिस्सा बनने लगता है. प्रश्न ये है कि ऐसे समय में क्या किया जाए और कैसे इन परेशानियों से निकला जाए.
ग्रह और सेहत दोनों होंगे दुरुस्त
अगर आप भी खराब राहु को झेल रहे हैं तो चांदी के गिलास में पानी पीना शुरू करें. इस एक छोटे से उपाय को करने से राहु संबंधी अनेक अनेक परेशानियों को दूर किया जा सकता है. सभी काम बनने व सुधरने तो लगेंगे साथ ही सेहत भी दुरुस्त होने लगेगी.
चांदी का कमाल
ज्योतिष में चांदी पवित्र धातु के रूप में जाना जाता है.
चंद्रमा और शुक्र का कारक यह धातु जातक के मानसिक तनाव को कम करता है.
चांदी धारण करने या चांदी के बर्तन का इस्तेमाल करने से चंद्रमा मजबूत होता है और व्यक्ति को मन की शांति मिलती है.
शुक्र की मजबूती से धन, वैभव और संपन्नता आती है. व्यक्ति महाधनवान बन सकता है. इसके लिए भी चांदी के कई ज्योतिषीय उपाय किए जाते हैं.
ज्योतिषीय उपाय के मुताबिक हर दिन चांदी के गिलास में पानी पीना. इससे शुक्र मजबूत हो सकता है.
अधिक गहरा व सकारात्मक प्रभाव के लिए चांदी के गिलास में नियमित रूप से पानी पीते समय एक तुलसी का पत्ता भी निगला जा सकता है.
सेहत को मिलते ये फायदे
चांदी का बर्तन बैक्टीरिया फ्री माना गया है, चांदी के बर्तन में पानी पीना या भोजन करना इन्फेक्शन से बचा सकता है.
चांदी के तत्व इम्यून सिस्टम को अच्छा रखता है.
हर दिन सुबह खाली पेट चांदी के बर्तन में पानी पीने से मेटाबॉलिज्म सही रहता है और पाचन शक्ति अच्छी होती है, शरीर का फैट कम होता है.
चांदी के गिलास में पानी पीने से पित्त दोष को दूर हो सकता है. दिमाग शांत रहता है और तनाव कम होता है.
चांदी के गिलास में पानी पीने से याददाश्त अच्छी होती है और आंखों की समस्याओं से राहत मिल सकती है.
चांदी का पात्र नॉन टॉक्सिक होने की वजह से वॉटर फिल्टर की तरह काम करता है, चांदी के बर्तन में पानी शुद्ध होता है इसी कारण पहले के लोग या राजा महाराज चांदी का इस्तेमाल करते थे.