जानें˒ इस फल को कब खाना चाहिए और किस स्थिति में नहीं साथ ही क्या है खाने का सही समय

जानें˒ इस फल को कब खाना चाहिए और किस स्थिति में नहीं साथ ही क्या है खाने का सही समय

संतरे के बिना सर्दियों के फलों की सूची पूरी नहीं हो सकती है। यह न केवल स्वाद से भरपूर है बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। यह एक ऐसा फल है जो विटामिन सी का सबसे बेहतरीन स्रोत माना जाता है। विटामिन सी एक पानी में घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिका क्षति को रोकता है। साथ ही विटामिन सी मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बेहद आवश्यक हैं। इसमें विटामिन सी के अलावा , एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटी वायरल गुण भी होते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन सर्दियों के मौसम में मिलने वाले इस फल की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में इसे खाने से क्या फायदे होते हैं और खाने का सही समय क्या है? जानें, सबकुछ

 संतरा न केवल स्वाद से भरपूर है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। चलिए जानते हैं इस फल की तासीर क्या है, इसे खाने से क्या फायदे होते हैं और खाने का सही समय क्या है?

संतरा खाने का सही समय?

संतरे के फायदे बहुत हैं लेकिन इसके सेवन का सही समय पता होना चाहिए वरना सेहत से जुड़ी कई तरह की दिक्कते हो सकती हैं। संतरा कभी भी खाली पेट नहीं खाना चाहिए। इसे खाली पेट खाने से अपच, हार्टबर्न और एसिडिटी की दिक्कत हो सकती है। साथ ही रात के समय भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। रात में खाने से सर्दी-खांसी की संभावना बढ़ जाती है। आप संतरे का सेवन दोपहर में 11 से 1 के बीच कर सकते हैं। लंच के एक घंटे बाद भी इस फल को खा सकते हैं।

संतरा खाने के फायदे:

खट्टे-मीठे स्वाद से भरपूर संतरा में विटामिन सी, फाइबर, पोटैशियम, फोलेट और कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे कई तरह के संक्रमण से बचे रह सकते हैं। माना जाता है कि संतरा खाने से कैंसर का खतरा भी कम हो सकता है। संतरा का सेवन स्किन के लिए भी फायदेमंद है। यह स्किन के कोलेजन को बढ़ाता है।

कब नहीं खाना चाहिए संतरा? 

संतरे की तासीर ठंडी होती है इसलिए यह हड्डियों में दर्द की समस्या को बढ़ा सकती है। ऐसे में जो लोग पहले से अर्थराइटिस की समस्या से परेशान हैं, उन्हें इसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। संतरा एक अम्लीय फल है।ऐसे में खांसी और जुकाम के दौरान इसे खाने से बचना चाहिए। खट्टे फलों में कुछ ऐसे रसायन होते हैं जो कुछ लोगों में एलर्जी का कारण बनते हैं। अस्थमा से पीड़ित लोगों को भी खट्टे फलों से एलर्जी होने की संभावना होती है।