
पटना. राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के अपने बड़े बेटे को पार्टी और परिवार से क्यों निकाला? यह सवाल बिहार की राजनीति से लेकर आम लोगों के मन में भी है. आखिर ऐसा क्या हुआ जो लालू यादव ने अपने बड़े बेटे को पार्टी और परिवार दोनों से बेदखल कर दिया? आखिर इसके पीछे की वजह क्या है? जो बेटा लालू यादव का हमेशा लाडला रहा और वह उनकी हर गलतियों- नादानियों को हमेशा माफ करते रहे, आखिरकार क्या हुआ जो अचानक इतना बड़ा फैसला लिया कि परिवार और पार्टी दोनों से निकाल दिया? कई लोग इसे बिहार चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं, क्योंकि अनुष्का यादव नाम की एक लड़की जो तेज प्रताप यादव की कथित गर्लफ्रेंड बताई जाती है, साथ वाली तस्वीर सोशल मीडिया में पोस्ट की गई थी. पार्टी और परिवार को इसका सीधा नुकसान होना इसकी वजह बताई जा रही थी. मीडिया भी इसी बात की चर्चा करता रहा. स्वयं तेज प्रताप यादव के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट की गई इस तस्वीर के बाद बिहार में हंगामा मच गया था. ऐसे में लोक आचरण और पारिवारिक अनुशासन का हवाला देते हुए लालू यादव ने पार्टी और परिवार का मुखिया होने के नाते कार्रवाई की. लेकिन क्या इसके पीछे यही एकमात्र वजह है? अब इस मुद्दे को लेकर अंदरखाने की बात जीतन राम मांझी ने बताई है.
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस तरीके से तेज प्रताप यादव पर कार्रवाई हुई है इससे शक पैदा होता है कि यह मामला तेज प्रताप यादव की पत्नी और लालू यादव-रबड़ी देवी की बहू ऐश्वर्या राय से जुड़ता है. ऐश्वर्या राय से तेज प्रताप यादव की तलाक का केस चल रहा है. उन्होंने इसको लेकर कहा कि अब इस मामले में फैसला आने ही वाला है और इस कारण लालू परिवार ने यह फैसला लिया है. जीतन राम मांझी ने कहा कि इसके पीछे की वजह यह है कि अगर ऐश्वर्या राय के पक्ष में निर्णय कोर्ट निर्णय सुनाते हैं तो निश्चित तौर पर लालू परिवार की परेशानी बढ़ सकती है.
जीतन राम मांझी ने तेज प्रताप यादव पर एक्शन का खोला राज!
जीतन राम मांझी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ऐश्वर्या की शादी हुई थी उस समय भी तेज प्रताप यादव किसी लड़की के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहा था. यह जानते हुए भी शादी कराई गई. दूसरी बात यह कि जब शादी हुई तो मारपीट कर बेइज्जत कर घर से उसे (ऐश्वर्या राय) को निकाला गया. उस लड़की को घर से निकाला जो दरोगा प्रसाद राय की पोती थी. ऐसा जघन्य काम उस समय किया गया तो लालू यादव जी का जमीर कहां चला गया था. इसलिए हम इसको नाटक कहते हैं. अभी कोर्ट में कुछ फैसला (तेज प्रताप यादव-ऐश्वर्या राय तलाक मामले में) आने वाला है, संभवत: फैसला ऐश्वर्या के पक्ष में होने वाला है. इस आशंका से ग्रसित होकर इन्होंने रास्ता निकाला कि जो उनके (लालू यादव-रबड़ी देवी) नाम से नाम से या फिर बेनामी संपत्ति है, उसमें ऐश्वर्या को ज्यादा हिस्सा न मिले या नहीं मिले, इसलिए उनका घर से परिवार से निकाल दिया गया. इस मामले में अब जो भी फैसला आएगा तो कहा जाएगा कि उसके पास कुछ नहीं है. ऐश्वर्या को कुछ नहीं मिलेगा, इसलिए ऐसा नाटक उन्होंने किया है, न कि तेज प्रताप को निकाला है.
बता दें कि बीते 25 मई को लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को राजद से छह साल के लिए निकाल दिया गया.उन्होंने तेज प्रताप यादव के आचरण को निजी जीवन में नैतिक मूल्यों के अवहेलना करने वाला करार देते हुए कहा कि अब से पार्टी और परिवार में तेज प्रताप यादव की किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी. उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है.इसके बाद ऐश्वर्या राय ने आरोप लगाया था कि पूरा परिवार मिला हुआ है और सब दिखावा है. ऐश्वर्या राय ने कहा, लालू यादव जी, राबड़ी देवी जी और तेजस्वी यादव जी…सबको इस बात की जानकारी थी. सारी जानकारी होने बाद भी मेरा जीवन क्यों खराब किया? मेरे मामले में लालू परिवार का सामाजिक न्याय कहां गया?