घर से किसी व्यक्ति के बाहर जाने के बाद झाड़ू क्यों नहीं लगाई जाती? जानिए शास्त्रीय कारण

घर से किसी व्यक्ति के बाहर जाने के बाद झाड़ू क्यों नहीं लगाई जाती? जानिए शास्त्रीय कारण

घर में झाड़ू को सिर्फ सफाई का साधन ही नहीं, बल्कि एक पवित्र और शुभ वस्तु माना जाता है जिसे सही समय और सही तरीके से इस्तेमाल करना आवश्यक होता है। हमारे बुजुर्गों से अक्सर सुनने को मिलता है कि जब कोई परिवार का सदस्य घर से बाहर जाए, तो उसके तुरंत बाद झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। इसका शास्त्रों में भी विशेष महत्व और कारण हैं, जिनके बारे में जानना ज़रूरी है।

किसी के बाहर जाने के बाद झाड़ू न लगाने का कारण

  • तर्पण के सामान माना जाना: शास्त्रों में कहा गया है कि परिवार के किसी सदस्य के घर से बाहर निकलने के बाद झाड़ू लगाना, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से उसके लिए तर्पण करने जैसा होता है। यह एक प्रकार का विदाई संस्कार माना जाता है। अगर तुरंत झाड़ू लगाई जाए, तो यह दुर्भाग्य का संकेत समझा जाता है और परिवार में किसी प्रकार की दुर्घटना हो सकती है।
  • ऊर्जा का नियंत्रण: झाड़ू घर में नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा दोनों का संचरण करती है। जब कोई सदस्य घर छोड़ता है तो पूरे घर की ऊर्जा अस्थिर हो जाती है। ऐसे समय में झाड़ू लगा लेने से ऊर्जा प्रवाह बाधित होता है, जिससे अशुभ प्रभाव पड़ता है।
  • शुभ और अशुभ का निर्णय: इस समय अचानक झाड़ू लगाने से घर में उपस्थित शुभ कर्म और सकारात्मक ऊर्जा का आघात हो सकता है। इसलिए बाहर गए सदस्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कुछ समय इंतजार करना चाहिए।

झाड़ू रखने की उचित दिशा

  • दक्षिण-पश्चिम दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू को हमेशा घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखा जाना चाहिए। इस दिशा में रखी झाड़ू से घर में धन-धान्य एवं सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और माता लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं।
  • उत्तर-पूर्व दिशा में न रखें: झाड़ू को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि यह भाग्य, संपत्ति और स्वास्थ्य में नुकसान का कारण बन सकता है।

झाड़ू को छिपाकर रखने का नियम

  • झाड़ू को ऐसी जगह रखें जहां वह किसी की नजर में न आए।
  • इसे उल्टा या खड़ी स्थिति में न रखें, क्योंकि इससे घर में अशांति और नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है।

झाड़ू खरीदने का शुभ समय

  • ज्योतिष विद्वानों के अनुसार झाड़ू खरीदना शनिवार के दिन सबसे शुभ माना गया है।
  • साथ ही झाड़ू को कृष्ण पक्ष (चंद्रमा के घटते हुए चरण) में खरीदना शुभ होता है।
  • शुक्ल पक्ष (चंद्रमा के बढ़ते हुए चरण) में झाड़ू खरीदना अशुभ माना जाता है।

निष्कर्ष:
घर से किसी व्यक्ति के बाहर जाने के बाद झाड़ू लगाने से बचना चाहिए क्योंकि यह शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार शुभ नहीं माना जाता। सही दिशा और समय पर झाड़ू रखना और इस्तेमाल करना घर में खुशहाली और सुख-समृद्धि लाता है। इन नियमों का पालन करने से आप घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाये रख सकते हैं और अशुभ प्रभावों से बच सकते हैं।

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