प्रेग्नेंसी के दौरान मखाने खाना सही हैं या गलत, जानें इसके बारे में..

मखाने सफेद रंग के होते हैं और इन्हें गर्भवस्था में खाना बेहद ही लाभकारी माना जाता है। प्रेग्नेंसी में मखाने का सेवन करने से मां और शिशु की सेहत सही बनीं रहती है। साथ में ही प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली कई समस्याओं से निजात मिल जाती है। अगर आप गर्भवती हैं, तो अपनी डाइट में मखाने को जरूर शामिल कर लें। मखानों को खीर, मिठाई, नमकीन आदि रूपों में खाया जा सकता है। इसे खाने से प्रेग्नेंसी के दौरान जो अनगित लाभ शरीर को मिलते हैं वो इस प्रकार हैं।

प्रेग्नेंसी में मखाने खाने के फायदे –

प्रेग्नेंसी के दौरान मखाने खाना सही हैं या गलत, जानें इसके बारे में..

आयरन की कमी करे पूरी

प्रेग्नेंसी में अक्सर कई महिलाओं को आयरन की कमी हो जाती है। आयरन की कमी होने से खून कम हो जाता है, जिससे की शिशु की सेहत पर भी असर पड़ता है। हालांकि अगर प्रेग्नेंसी के दौरान मखाने का सेवन किया जाता है। तो आयरन की कमी शरीर में नहीं होती है। मखानों में आयरन उच्च मात्रा में पाया जाता है और खून के स्तर को सही रखता है।

बच्चे का हो सही से विकास


मखाने खाने से बच्चों का विकास सही से होता है। मखाने के अंदर कई ऐसे पोषक तत्त्व होते हैं। जिनकी मदद से मां और शिशु दोनों स्वस्थ रहते हैं। मखाने में विटामिन डी व कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। ये दोनों चीजें शिशु की हड्डियों और दांतों के विकास में सहायक होती है।

ब्लड प्रेशर रखे नियंत्रित

गर्भावस्था में कई महिलाओं को ब्लड प्रेशर की तकलीफ हो जाती है। प्रेग्नेंसी में उच्च ब्लड प्रेशर होना सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। उच्च ब्लड प्रेशर होने पर शिशु की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि अगर मखाने खाए जाएं तो प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर सही रहता है। इसलिए गर्भावस्था में मखाने खाने की सलाह दी जाती है।

दस्त की समस्या करे दूर

प्रेग्नेंसी में कब्ज व दस्त की शिकायत होने पर मखाने खाना गुणकारी होता है। मखाने खाने से कब्ज व दस्त की समस्या से निजात मिल जाती है। इसके अलावा डिहाईड्रेशन की समस्या को भी मखाने खाकर दूर किया जा सकता है। डिहाईड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होने पर अगर इनका सेवन किया जाए तो ये समस्या भी दूर हो जाती है ।

सही से हो डिलीवरी

आठवें महीने में दूध के अंदर मखाने डालकर खाने से डिलीवरी आसानी से हो जाती है। दूध व मखानों को एक साथ खाने से शरीर को ताकत मिलती है और बच्चा करने में दिक्कत नहीं आती है। इसलिए आठवां महीना शुरू होते ही आप दूध के अंदर इन्हें डालकर खाना शुरू कर दें। एक गिलास दूध को गर्म करते हुए उसके अंदर थोड़े से मखाने डाल दें। फिर गैस बनकर इसे गिलास में डालकर पी लें। आप चाहें तो चीनी भी डाल सकते हैं। ये दूध आप हफ्ते में तीन दिन, डिलीवरी होने तक पीएं।

नहीं आए कमजोरी

बच्चा होने के बाद कई सारी महिलाओं को कमजोरी भी आ जाती है। शरीर की ये कमजोरी दूर करने के लिए मखाने का दूध पीया करें। इसे पीने से कमजोरी दूर हो जाएगी। आप कुछ मखानों को घी के अंदर तल लें और फिर इन्हें दूध के अंदर डालकर खा लें। इसे पीते ही शरीर की कमजोरी से निजात मिल जाती है और शरीर को ताकत प्रदान होती है।

मखाने खाने के नुकसान

तो ये थे प्रेग्नेंसी के दौरान मखाने खाने के कुछ लाभ। आइए अब नजर डाल लेते हैं कि इनका अधिक सेवन करने से क्या नुकासान हो सकते हैं।

  • ज्यादा मात्रा में मखाने खाने से पेट में दर्द, कब्ज, पेट फूलना, ब्लड शुगर लेवल का अनियंत्रित होने जैसी परेशानी हो सकती है।
  • मखाने गर्म होते हैं और अधिक मात्रा में इन्हें खाने से गर्मी भी हो सकती है। इसलिए मखानों का सेवन अधिक मात्रा में करने से बचें।

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