
माइनर हार्ट अटैक कितना खतरनाकImage Credit source: skynesher /E+/Getty Images
Heart Attack Early Signs: पिछले कुछ सालों में जिस तरह से हार्ट अटैक के मामले बढ़े रहे हैं वो चिंता का विषय है. संक्रामक बीमारियों के अलावा किस बीमारी में सबसे अधिक मौतों हो रही हैं वो कैंसर के अलावा हार्ट अटैक के कारण हो रही हैं. डॉक्टर बताते हैं कि हार्ट अटैक आने से कुछ दिनों या महीने पहले माइनर अटैक आता है, हालांकि इसके के बारे में अधिक पता नहीं चलता है. लेकिन कुछ लक्षण है जिसको अगर समय रहते पहचान लिया जाए तो माइनर अटैक, मेजर हार्ट अटैक में बदलने से बचा जा सकता है.
आम लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि आखिर माइनर हार्ट अटैक क्या होता है और क्या यह भी उतना ही खतरनाक है जितना बड़ा हार्ट अटैक? इस बारे में राजीव गांधी अस्पताल में कार्डियोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजीत जैन ने बताया है.
डॉ जैन कहते हैं कि माइनर हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा में NSTEMI (Non-ST Elevation Myocardial Infarction) कहा जाता है. इसमें दिल की धमनियों में ब्लॉकेज पूरी तरह से नहीं होता, बल्कि आंशिक रूप से ब्लॉक होता है. इसका मतलब यह है कि दिल तक रक्त और ऑक्सीजन का फ्लो कुछ हद तक जारी रहता है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में नहीं. यही वजह है कि लक्षण बड़े हार्ट अटैक जितने गंभीर नहीं होते, लेकिन फिर भी इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
बाएं हाथ और जबड़े में दर्द
लोगों को जबड़े में दर्द की शिकायत होती है, लेकिन वे इसे दांत से संबंधित कोई समस्या मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर आपकों बाएं हाथ में दर्द हुआ है और साथ में ही जबड़े में भी दर्द है तो ये संकेत माइनर हार्ट अटैक के हैं. ऐसी स्थिति में लापरवाही न करें और अस्पताल जाकर इलाज कराएं. इसके अलावा नीचे कुछ लक्षण बताए गए हैं जो माइनर अटैक के हो सकते हैं.
माइनर हार्ट अटैक के लक्षण
माइनर हार्ट अटैक के लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और लोग इन्हें सामान्य थकान या गैस की समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं कुछ आम लक्षण हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी है-
सीने में हल्का या दबाव जैसा दर्द
सांस लेने में तकलीफ़
थकान और कमजोरी
हाथ, कंधे, गर्दन या पीठ में हल्का दर्द
पसीना आना या बेचैनी
कितना खतरनाक है माइनर हार्ट अटैक?
माइनर अटैक को खतरनाक इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि ये एक अलार्म होता है हार्ट अटैक आने के. माइनर अटैक के लक्षणों को पहचानकर जान बचाई जा सकती है, क्योंकि समय रहते इलाज और जांच हो जाती है. अगल इन लक्षणों को देखकर भी इग्नोर कर दिया तो अचानक से कभी हार्ट अटैक आ सकता है और जान भी जा सकती है.
इलाज और रोकथाम
- तैलीय और प्रोसेस्ड भोजन कम करें, फल और सब्जियां ज्यादा खाएं.
- रोजाना हल्की कसरत या पैदल चलना दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है.
- लगातार तनाव हार्ट डिजीज का बड़ा कारण है, इसलिए योग और ध्यान को अपनाएं.
- धूम्रपान और शराब से बचें, ये दिल की सेहत को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं.