
लीची में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, लौह जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं जो इसे सेहत का खजाना बना देते हैं। गर्मियों में जब शरीर में पानी व खनिज लवणों की कमी हो जाती है तब लीची का रस बहुत फायदेमंद रहता है।
कब खाएं, कब न खाएं
”लीची का मौसम दो से ढाई महीने का होता है। आमतौर पर अप्रैल के अंत से लेकर जून माह के अंत या जुलाई के पहले हफ्ते तक यह बाजार में उपलब्ध है। लेकिन बारिश से लीची में कीड़े लग जाते हैं इसलिए इन्हें पहली बारिश के पहले ही खाना सेहतमंद है।”
आइये आपको बताते है लीची के फायदों के बारे में-
दिल की बीमारी से बचाए
लीची मे बहुत सारा बीटा कैरोटीन और ओलीगोनोल होता है जो दिल को स्वस्थ्य रखता है।
बवासीर
बवासीर के रोगियों के लिए लीची का सेवन बहुत लाभकारी है |
गला दर्द
अगर आपका गला दर्द हो रहा हो या आपको ठंड लग गई हो, तो आप तुरंत लीची का सेवन कर के आराम पा सकते हैं।
पेट दर्द
लीची के फल का सेवन करने से आँतों की बिमारी तथा पेट दर्द में लाभ होता है |
अस्थमा से बचाव
इस सीजन में लीची का सेवन जरुर करें।
झुर्रियों से बचाए
लीची पाचन को ठीक कर के कब्ज से बचाती है। साथ में असमय पड़ने वाली झुर्रियों से भी दूर रखती है।
मोटापा घटाए
लीची खाने का यह एक अच्छा फायदा है। यह कैलोरी में कम होती है जिससे वेट नहीं बढता।
मीठा खाने की चाहत को कम करे
अगर मीठा खाने का मन हो तो आप लीची खा सकते हैं।
इम्यून सिस्टम को बढाए
इसमें बहुत सारा पौष्टिक तत्व और विटामिन होता है जैसे विटामिन सी जो कि आपके इम्मयून सिस्टमको मजबूत करती है।
कब्ज घटाए
अगर आपको अपना पेट दुरुस्त रखना है तो आप लीची का सेवन कर सकते हैं।
प्यार बढ़ाएं
लोग अपनी सेक्स लाइफ को बढाने के लिये लीची का सेवन कर सकते हैं।
बच्चों के विकास में सहायक
लीची में पाए जाने वाले कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम बच्चों के शारीरिक गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये मिनरल्स हड्डियों में विकार आने वाली बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद करते हैं।
कैंसर से रक्षा करती है
अध्ययनों से साबित हुआ है कि विटामिन सी से भरपूर लीची में कैंसर (खासतौर पर स्तन कैंसर) से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से हमारे शरीर में कैंसर के सेल्स ज्यादा बढ़ नहीं पाते। लीची एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट भी है। इसमें मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में रक्त कोशिकाओं के निर्माण और लोहे के अवशोषण में भी मदद करता है।
त्वचा में निखार लाए
लीची में सूरज की अल्ट्रावॉयलेट यू.वी. किरणों से हमारी त्वचा और शरीर का बचाव करने की खासियत होती है। लीची के नियमित सेवन से तैलीय त्वचा को पोषण मिलता है। चेहरे पर पड़ने वाले दाग-धब्बों में कमी आ जाती है।
ब्लडप्रेशर से बचाए
लीची में मौजूद पोटैशियम और तांबा दिल की बीमारियों से बचाव करते हैं। यह हृदय की धड़कन की अनियमितता अथवा अस्थिरता और बीपी को नियंत्रित रखता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम कम हो जाता है।
सावधानी
लीची का सेवन सीमित मात्र में ही करें, अन्यथा यह नुकसानदेह भी साबित हो सकती है। 10-11 से ज्यादा लीची न खाएं। इससे ज्यादा लीची का सेवन नकसीर और सिर दर्द जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। यह शरीर में खुजली, जीभ तथा होंठों में सूजन और सांस लेने में कठिनाई भी पैदा कर सकता है।