Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर चंद्रमा को महिलाएं कैसे दें अर्घ्य, कहीं आप भी तो नहीं कर रहीं ये गलती?

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर चंद्रमा को महिलाएं कैसे दें अर्घ्य, कहीं आप भी तो नहीं कर रहीं ये गलती?

करवा चौथ 2025Image Credit source: Sunil Ghosh/HT via Getty Images

Karwa chauth puja vidhi tips: पंचांग के अनुसार, इस साल 10 अक्टूबर, शुक्रवार को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. यह दिन सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास होता है, जब वे अपने पति की लंबी आयु और सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. रात को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोला जाता है. चंद्रमा को अर्घ्य देना इस व्रत का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन अक्सर महिलाएं अनजाने में कुछ गलतियां कर बैठती हैं, जिससे पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता. आइए जानते हैं करवा चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की सही विधि क्या है और किन गलतियों से बचना चाहिए.

अर्घ्य देते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां!

करवा चौथ का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए चंद्रमा को अर्घ्य देते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है. अनजाने में की गई ये गलतियां आपके व्रत के पुण्य को कम कर सकती हैं.

गलती: कई महिलाएं सीधे चंद्रमा को देखती हैं

सही तरीका: चतुर्थी तिथि के चंद्रमा को सीधा नहीं देखना चाहिए. इसके पीछे पौराणिक कथा है कि गणेश जी ने चंद्रदेव को श्राप दिया था. इसलिए चंद्र दर्शन हमेशा छलनी या जल की छाया के माध्यम से ही करें.

चंद्रमा को अर्घ्य देने की सही और सरल विधि

थाली तैयार करें: शाम को कथा पूजा आदि संपन्न करने के बाद, चांद निकलने पर एक पूजा की थाली तैयार करें. इस थाली में लोटा (कलश) रखें, जिसमें साफ जल, थोड़ा कच्चा दूध, अक्षत (चावल), और चीनी या मिश्री मिला लें. कुछ जगहों पर कलश में चांदी का सिक्का डालने की भी परंपरा है.

चंद्र दर्शन: छत या आंगन में जाकर चंद्रमा के दर्शन करें. चंद्र दर्शन के लिए छलनी का उपयोग करें. मान्यता है कि चतुर्थी के चंद्रमा को सीधा नहीं देखना चाहिए, इसलिए छलनी या थाली में पानी डालकर उसकी छाया देखने का विधान है.

दीपक और प्रार्थना: छलनी में एक दीपक या कैंडल रखकर पहले चंद्रमा का दर्शन करें. दर्शन करते समय हाथ जोड़कर पति की लंबी उम्र और सौभाग्य की प्रार्थना करें.

अर्घ्य अर्पित करें: अब लोटे के जल से चंद्रमा को अर्घ्य दें. अर्घ्य देते समय जल की धारा को सीधा चंद्रमा की ओर गिराएं और इस दौरान चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें.

पति का दर्शन: चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद, उसी छलनी से अपने पति का चेहरा देखें.

व्रत खोलना: पति को प्रणाम करें और उनके हाथों से जल ग्रहण करके अपना निर्जला व्रत खोलें (पारण करें). सबसे पहले पानी और फिर कोई मीठी चीज़ जैसे मिठाई या फल ग्रहण करें.

अर्घ्य का कलश/लोटा

गलती: अर्घ्य देने के लिए प्लास्टिक या टूटी-फूटी चीज़ों का इस्तेमाल करना.

सही तरीका: अर्घ्य हमेशा धातु (जैसे तांबे या पीतल) के साफ लोटे/कलश से ही दें. टूटी हुई छलनी या प्लास्टिक की वस्तु का प्रयोग न करें.

अर्घ्य के जल का सेवन

गलती: कुछ लोग अर्घ्य देने के बाद बचे हुए जल को पी लेते हैं.

सही तरीका: जिस जल से चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है, उसे पीना नहीं चाहिए. यह जल किसी पौधे में डाल दें या पूजा स्थान पर ही छोड़ दें.

कपड़ों का रंग

गलती: नीले, काले या सफेद रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करना.

सही तरीका: करवा चौथ पर लाल, पीला या गुलाबी जैसे शुभ रंग के वस्त्र धारण करें. ये रंग सौभाग्य और प्रेम के प्रतीक माने जाते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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