
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन कालाष्टमी व्रत को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर माह की अष्टमी तिथि पर मनाई जाती है
इस दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप भगवान कालभैरव की विधिवत पूजा की जाती है और उपवास रखा जाता है मान्यता है कि ऐसा करने से कालभैरव का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही धन धान्य में वृद्धि होती है। पौष माह की मासिक कालाष्टमी 22 दिसंबर को मनाई जाएगी तो आज हम आपको पूजा का मुहूर्त बता रहे हैं।
कालाष्टमी की तारीख और मुहूर्त—
कालाष्टमी दिसंबर 2024 तिथि: 22 दिसंबर 2024
अष्टमी तिथि आरंभ: 22 दिसंबर 2024, दोपहर 2:32 बजे
अष्टमी तिथि समाप्त: 23 दिसंबर 2024, शाम 5:08 बजे
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:45 बजे से 01:33 बजे तक
अमृत काल: 03:34 AM, दिसंबर 23 से 05:22 AM, दिसंबर 23
त्रिपुष्कर योग: सुबह 08:44 बजे से शाम 05:01 बजे तक
रवि योग: सुबह 07:08 से सुबह 08:44 तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: 08:44 पूर्वाह्न से 07:09 पूर्वाह्न, 23 दिसंबर
निशिता मुहूर्त: 12:45 पूर्वाह्न, 23 दिसंबर से 01:33 पूर्वाह्न, 23 दिसंबर
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कालाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके भगवान कालभैरव के मंदिर जाए और भगवान की विधिवत पूजा करें साथ ही उपवास भी रखें। माना जाता है कि ऐसा करने से बाबा भैरव का आशीर्वाद मिलता है और जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।