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जामनगर रिफाइनरी को पूरे हुए 25 साल,नीता अंबानी ने बताया जामनगर से कैसे जुड़ा है अंबानी परिवार

जामनगर रिफाइनरी को पूरे हुए 25 साल, नीता अंबानी ने बताया जामनगर से कैसे जुड़ा है अंबानी परिवार

रिलायंस की जामनगर रिफाइनरी के 25 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर जामनगर में एक ग्रैंड इवेंट रखा गया, जहां रिफाइनरी के सभी कर्मचारियों के साथ अंबानी परिवार के लोग भी मौजूद थे. जामनगर से अंबानी परिवार को बेहद लगाव है. यहां मौजूद रिफाइनरी, वनतारा, शादी के लिए ग्रैंड डेस्टिनेशन ही नहीं, बल्कि जामनगर कई मायनों में अंबानी परिवार के लिए खास है.

कार्यक्रम के दौरान रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर और चेयरपर्सन नीता अंबानी ने भी धीरूभाई अंबानी को याद करते हुए कहा कि जामनगर जन्मभूमि, कर्मभूमि और श्रद्धाभूमि है…उन्होंने बताया कि कैसे अंबानी परिवार ने जामनगर में दुनिया की टॉप रिफाइनरी लगाने का सपना देखा था और कैसे अंबानी परिवार जामनगर से जुड़ा…

जामनगर सिर्फ जगह नहीं…

नीता अंबानी ने कर्मचारियों और परिवार के लोगों को कार्यक्रम के दौरान संबोधित करते हुए कहा, ‘जामनगर सिर्फ एक जगह नहीं है, बल्कि रिलायंस की आत्मा है. नीता अंबानी ने कहा कि जामनगर हमारे दिलों में बहुत गहरा बसा हुआ है. उन्होंने कहा कि जामनगर कोकिला मां कि जन्मभूमि है. ये उनकी रूट्स और वैल्यूज को रिप्रेजेंट करता है. वे आज हमारे साथ हैं और उनके ही आशीर्वाद से जामनगर दुनिया की टॉप रिफाइनरी बन गई है. नीता अंबानी ने कोकिलाबेन के आशीर्वाद और साथ पर उन्हें थैंक्यू भी बोला.

वहीं, पापा धीरूभाई अंबानी के लिए जामनगर एक कर्मभूमि थी. उनका सपना था, उनकी डेस्टिनी थी. आज जामनगर की रिफाइनरी जहां है वो उनके कर्तव्य, लगन और उद्देश्य का सिंबल है. पापा धीरूभाई अंबानी का आशीर्वाद जामनगर में हम सभी पर यूं ही बरसता रहेगा. वहीं मेरे पति मुकेश के लिए जामनगर श्रद्धाभूमि है. ये उनके लिए डिवोशन और रिस्पेक्ट की जमीन है.

जामनगर में पापा ने दुनिया की सबसे बड़ी ग्रासरूट रिफाइनरी का सपना देखा था और मुकेश ने अपने पापा के सपने को पूरा कर दिखाया. वहीं हमारे तीनों बच्चों के लिए जामनगर सेवाभूमि है, खासकर अनंत अंबानी के लिए. यह जमीन सिर्फ एक जगह नहीं है बल्कि हमारे परिवार के विश्वास और आशाओं का एक धड़कता दिल है.